बच्चों का बचाव:इंटरनेट थर्मामीटर से होगी स्कूलों में जांच; रियल टाइम डेटा से जल्द इलाज में भी मिलेगी मदद
न्यूयॉर्क में अब स्कूली बच्चों की जांच स्मार्ट थर्मामीटर से होगी। खास बात यह है कि थर्मामीटर इंटरनेट से जुड़ा होगा, जिसके जरिए बच्चों को बुखार या अन्य लक्षणों का रियल टाइम डेटा मिलेगा। इसकी वजह से तेजी से टेस्ट, बीमारी की पहचान और जल्द इलाज में मदद मिलेगी। इस थर्मामीटर को भारतीय मूल के इंदर सिंह की कंपनी किनसा ने बनाया है।
वे इसके सीईओ हैं। इस स्टार्ट-अप ने बीमारियों का पता करने में सरकारी स्वास्थ्य एजेंसियों तक को पछाड़ा है। इसने कोरोना में असामान्य बुखार और लक्षणों का पता सरकार से 18 दिन पहले ही लगा लिया था। इंदर सिंह कहते हैं, ‘इसका मतलब यह नहीं है कि हम स्मार्ट है, बल्कि हमारे पास सही और बेहतर डेटा होता है।’
किनसा न्यूयॉर्क की एलिमेंटरी स्कूलों को ऐसे एक लाख थर्मामीटर देने वाली है। इसके लिए उसने न्यूयॉर्क के स्वास्थ्य विभाग से समझौता किया है। न्यूयॉर्क के मेयर बिल डी ब्लेसियो के वरिष्ठ स्वास्थ्य सलाहकर डॉ. जय वर्मा बताते हैं, ‘कोविड महामारी के दौरान हमने बहुत महत्वपूर्ण सबक सीखा है कि किसी बीमारी की रियल टाइम और सटीक जानकारी होना कितना जरूरी है।’ इसका पहला चरण पिछले महीने ही शुरू हो चुका है। इसके तहत शहर के 50 स्कूलों में शिक्षकों, कर्मचारियों और बच्चों के पैरेंट्स को 5,000 थर्मामीटर मुफ्त दिए जा चुके हैं।
सरकारी स्वास्थ्य एजेंसी को भेजेगा रियल टाइम डेटा
जैसे ही कोई हल्की कमजोरी या बीमार महसूस करने पर थर्मामीटर का इस्तेमाल करेगा, तो यह तुरंत उसके बीमार होने के संकेत स्वास्थ्य विभाग या अधिकारियों को भेज देगा। इसके जरिए शहर को फ्लू और अन्य संक्रामक रोगों से बचने की चेतावनी और असामान्य स्थिति में तैयारी करने का मौका मिल जाएगा।