राजस्थान में गर्मी से लोगों का हुआ बुरा हाल:गंगानगर में 45.1, चूरू में 43 डिग्री रहा तापमान, कई जिलों में लू का रेड अलर्ट; 14 जून से बारिश की संभावना

राजस्थान में पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म होने के बाद एक बार फिर से गर्मी ने कहर दिखाना शुरू कर दिया है। बुधवार को दिनभर उमस भरा मौसम रहा। सुबह से ही तेज धूप से उमस बनी रही। अधिकतर शहरों में 40 डिग्री से ऊपर तापमान पहुंच गया है। गंगानगर में 45.1 डिग्री, चूरू में 43 डिग्री व हनुमानगढ़, बाडमेर, बीकानेर में 42 डिग्री तापमान तो जयपुर में 41.4,अलवर में 42, भीलवाड़ा, अजमेर में 39 डिग्री तापमान दर्ज हुआ है।
चिलचिलाती धूप लोगों को बेहाल करने लगी है, राहत की बात ये है कि बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने से राजस्थान में मानूसन जल्दी आने की संभावना बनी हुई है। पश्चिमी राजस्थान में तेज हवाएं चलेंगी। ये मानसून को आगे बढ़ाने में मदद करेंगी।
कूलर भी हुए बेअसर
मेवाड़ में पिछले कुछ दिनों तक पश्चिमी विक्षोभ के कारण बादल छाए रहे थे और गर्मी नहीं थी। अब पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म होने पर गर्मी ने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। तेज गर्मी में कूलर भी अब बेअसर होने लग गए हैं। कूलर चलाने से उमस अधिक बढ़ रही है। धूप और नमी ने उमस अधिक बढ़ा दी है। पश्चिमी राजस्थान के ऊपर प्रेशर ग्रेडियंट फोर्स बन रहा है जिससे जोधपुर और बीकानेर संभाग में तेज हवाएं चलने की संभावना है।
कई जिलों में लू का रेड अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार राजस्थान के कई जिलों में लू का रेड अलर्ट जारी किया है। चूरू, सीकर, गंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, बाड़मेर, भरतपुर, धौलपुर व करौली में तीन से चार दिन तक तेज हवाएं चलेगी। इन हवाओं की गति 30 से 35 किमी प्रति घंटे रह सकती है। हवा की तेज गति के कारण आसमान में धूल भी छाई रहेगी।
14 जून से बारिश की संभावना
राजस्थान में मानसून सामान्यत: जून के आखिरी दिनों में प्रवेश करता है। मानसून के इस बार सामान्य रहने की संभावना बनी हुई है। मौसम विभाग के अनुसार दो से तीन दिन के बाद बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने से मानसून को आगे बढ़ने में मदद मिलेगी। 14 जून से राजस्थान के कई जिलों में हल्की बारिश होने की संभावना बताई जा रही है। इससे लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी।
मुंबई में प्री मानसून की अच्छी बारिश
जून की शुरुआत से ही मुंबई में अच्छी प्री-मानसून बारिश हो रही है। दक्षिण गुजरात तट के पास पूर्वोत्तर अरब सागर पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र समुद्र तल से लगभग 4.5 किमी ऊपर बना हुआ है। यह चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र धीरे-धीरे उत्तरी महाराष्ट्र तट की ओर बढ़ेगा। देश के दूसरी ओर, बंगाल की खाड़ी में 11 जून तक एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने जा रहा है। इसके पश्चिम उत्तर-पश्चिम दिशा में पूर्वी मध्य प्रदेश की ओर बढ़ने की उम्मीद है।