शाकिब की पत्नी ने किया बचाव:कहा- शाकिब के खिलाफ साजिश, मीडिया में केवल गुस्से को दिखाया जा रहा, अंपायर के गलत फैसले को दबा दिया
बांग्लादेश के ऑलराउंडर शाकिब अल हसन की पत्नी उम्मे अहमद शिशिर ने ढाका प्रीमियर लीग के दौरान मैच में किए गए दुर्व्यहार का बचाव किया है। उम्मे ने सोशल मीडिया पर किए गए पोस्ट में कहा कि शाकिब को मीडिया विलेन बनाने की कोशिश कर रही है। उम्मे ने अंपायरों के फैसले को गलत बताया और कहा कि शाकिब ने हिम्मत जुटाकर उसका विरोध किया। वहीं मीडिया में पूरा सच नहीं दिखाया जा रहा है। यह दुखद है कि अंपायरों के गलत फैसले पर मीडिया में आवाज नहीं उठाई जा रहीं, बल्कि शाकिब के गुस्से को ही दिखाया जा रहा है। अखबारों के हेडलाइंस देखकर दुखी हूं। शाकिब के खिलाफ यह एक साजिश है। दरअसल ढाका प्रीमियर लीग के दौरान मैच में शाकिब ने बॉलिंग के दौरान अपील की। अंपायर ने बैट्समैन को आउट करार नहीं दिया तो शाकिब ने गुस्से में स्टंप्स पर लात मारी और अंपायर की ओर भी बहुत ही गुस्से में दौड़े। ऐसा लगा कि वे अंपायर को मार ही देंगे।
बाद में शाकिब ने लंबी बहस की और स्टंप्स उखाड़कर फेंक दिए। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। हालांकि, शाकिब ने अपनी इस हरकत पर बाद में माफी भी मांग ली।
अंपायर ने मैच सस्पेंड कर दिया
यह मैच शाकिब की टीम मोहम्मदन स्पोर्टिंग क्लब और अबाहानी लिमिटेड के बीच शुक्रवार को खेला गया। बांग्लादेशी ऑलराउंडर की बॉल स्ट्राइक पर मौजूद मुशफिकुर रहीम के पैर पर लगी। इसके बाद वे अपील करने लगे। अंपायर ने उनकी अपील को खारिज कर दिया। इस पर आपे से बाहर हुए शाकिब ने फील्ड अंपायर के साथ खराब बर्ताव किया। यह घटना अबाहानी लिमिटेड की पारी के छठे ओवर में घटी। इसके बाद मैच को सस्पेंड कर दिया गया। मैच सस्पेंड होने के बाद भी वे अंपायर के नजदीक पहुंच गए और तीनों स्टंप्स उखाड़ दिए और पिच पर दे मारे। इसके बाद भी वे कुछ देर तक अंपायर से बहस करते रहे।
शाकिब ने 27 बॉल पर बनाए 27 रन
इस मैच में शाकिब ने 27 बॉल पर 27 रन भी बनाए थे। इसकी बदौलत उनकी टीम ने पहले बैटिंग करते हुए 20 ओवर में 6 विकेट पर 145 रन बनाए। इसके जवाब में अबाहानी ने 5.5 ओवर में 3 विकेट पर 31 रन बना लिए थे।
शाकिब पर पहले लग चुका है बैन
शाकिब इससे पहले 2019 में 2 साल के लिए बैन किए जा चुके हैं। ICC ने उन पर यह बैन 2019 में बुकी द्वारा संपर्क किए जाने पर रिपोर्ट नहीं करने के लिए लगाया था। यह मामला श्रीलंका, बांग्लादेश और जिम्बाब्वे की सीरीज के दौरान का है। हालांकि पिछले साल दिसंबर में बैन पूरा होने के बाद उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी की थी।