रहाणे ने कहा- सीधे बैट और शरीर के पास से बॉल खेलना फायदेमंद; पुजारा बोले- टीम इंडिया में चैंपियन बनने की काबिलियत

इंग्लैंड को टेस्ट सीरीज में शिकस्त देने के बाद न्यूजीलैंड टीम अब 18 जून को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भारत से भिड़ेगी। इसको लेकर टीम इंडिया के उपकप्तान अंजिंक्य रहाणे और मिडिल ऑर्डर बैट्समैन चेतेश्वर पुजारा ने BCCI.TV पर बयान दिए। पुजारा ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि हमारी टीम में बेस्ट करने और चैंपियन बनने की काबिलियत है।
वहीं, रहाणे ने बल्लेबाजी को लेकर कुछ टिप्स दिए हैं। उन्होंने कहा कि इंग्लैंड की कंडिशन में बल्लेबाज यदि सीधे बैट से और शरीर के पास से बॉल खेलता है, तो रन जरूर बनते हैं।
मुश्किल हालात में बल्लेबाजी करने वाले प्लेयर को फायदा
उपकप्तान रहाणे ने कहा कि मुश्किल हालात में बल्लेबाजी करने वाले प्लेयर यहां काफी सफल होते हैं। उन्हें इस कंडिशन में मजा भी आएगा। यदि आप एक बार पिच पर सेट हो जाते हैं, तो इंग्लैंड की पिच पर बल्लेबाजी के लिए काफी शानदार हैं। बतौर बल्लेबाज मैंने इंग्लैंड में यह महसूस किया है कि यदि आप ज्यादातर शॉट सीधे बल्ले और शरीर के पास से बॉल खेलते हैं, तो यह आपके लिए फायदेमंद रहता है।
WTC फाइनल तक पहुंचना आसान नहीं था: रहाणे
33 साल के रहाणे ने कहा कि एक और बात जो बतौर बल्लेबाज मैंने यहां महसूस किया है कि जब तक आप 70 या 80 रन नहीं बना लेते, आप सेट नहीं होते। एक अच्छी बॉल और आपके आउट होने के चांस काफी होते हैं। 2 साल लगातार में टीम के साथ खेला हूं। इस दौरान हम WTC फाइनल के लिए भी पहुंचे हैं। यह इतना आसान नहीं था, क्योंकि टेस्ट क्रिकेट में आपके हर मैच में अपना बेस्ट परफॉर्मेंस देना होता है। ओवरऑल हमने वेस्टइंडीज से WTC की शुरुआत की थी और अब यहां पहुंचे हैं। इस दौरान हमने एक टीम की तरह खेल दिखाया है।
फाइनल में बेस्ट परफॉर्मेंस देंगे: पुजारा
WTC फाइनल से पहले ही न्यूजीलैंड ने इंग्लैंड को उसी के घर में टेस्ट सीरीज में 1-0 से शिकस्त दी है। यह कीवी टीम की इंग्लैंड में 22 साल बाद किसी टेस्ट सीरीज में पहली जीत है। इसको लेकर पुजारा ने कहा कि फाइनल से पहले न्यूजीलैंड टीम ने यहां दो टेस्ट खेले हैं, जिसका उन्हें फायदा मिलेगा। लेकिन जब कीवी टीम फाइनल में उतरेगी तो हम अपना बेस्ट देंगे। उन्हें कड़ी टक्कर मिलेगी।
पुजारा ने कहा कि हम जानते हैं कि हमारी टीम में बेस्ट करने और चैंपियन बनने की काबिलियत है। इसलिए हमें फाइनल को लेकर कोई टेंशन नहीं है। हम अपनी 10-12 दिन की तैयारी पर पूरा फोकस कर रहे हैं। हमने भी एक प्रैक्टिस मैच खेला है। हमने इस कंडीशन को समझने और हम क्या कर सकते हैं, इसे समझने के लिए पूरी कोशिश की है।