क्रिकेट के मैदान में सफलता की हजारों कहानियां लिखी जा चुकी है। 16 साल के सचिन से लेकर 18 साल के यशस्वी जायसवाल तक हर तरह के खिलाड़ियों ने अपने संघर्ष को पूरा करके सफलता हासिल की है। सचिन ने अपने बल्ले से भारत और भारतीय टीम को नई पहचान दिलाई तो यशस्वी ने अपने घर की आर्थिक स्थिति से जूझकर अंडर 19 टीम और IPL में अपनी जगह बनाकर अनपे परिवार का संघर्ष खत्म किया। जिस तरह क्रिकेट की दुनिया में खिलाड़ी राते रात चमकते हैं उसी तरह उनका करियर खत्म भी होता है। पाकिस्तान के अरशद खान इस बात का ताजा उदाहरण हैं।

कभी सचिन तेंदुलकर और वीरेन्द्र सहवाग जैसे भारतीय दिग्गजों को अपनी ऑफ स्पिन के जाल में फंसाने वाले अरशद हर पाकिस्तानी फैन के चहेते हुआ करते थे, लेकिन अब वो टैक्सी चलाकर अपना गुजारा कर रहे हैं। उन्होंने साल 1997 में पाकिस्तान के लिए पहला मैच खेला था। भारत के खिलाफ उनका प्रदर्शन हमेशा शानदार रहा। सचिन सहवाग को आउट करने के अलावा उन्होंने अपने करियर में कई बड़े बल्लेबाजों को आउट किया। अपने करियर के 9 टेस्ट में उन्होंने 32 विकेट निकाले, जबकि 58 वनडे मैच में उन्हें 56 विकेट ही मिले। उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट और वनडे मैच भारत के खिलाफ ही खेला था।

ऑस्ट्रेलिया में टैक्सी चलाकर कर रहे हैं गुजारा

आमतौर पर इंटरनेशनल क्रिकेट से बाहर होने के बाद भी खिलाड़ियों के पास पैसे की कमी नहीं रहती है। वो T20 लीग के जरिए मोटा पैसा कमा लेते हैं। इसके अलावा कमेंट्री और कोचिंग के जरिए भी खिलाड़ियों की आय होती है। हालांकि, अरशद को इनमें से किसी भी जगह मौका नहीं मिला और अब वो ऑस्ट्रेलिया में टैक्सी चलाकर अपना जीवन यापन कर रहे हैं। वो सिडनी में रहकर टैक्सी चलाते हैं। सिडनी वही मैदान है, जहां ऑस्ट्रेलिया के ऑफ स्पिनर नाथन ल्योन ने बॉलिंग सीखी। नाथन ल्योन पहले यहां घांस काटने का काम करते थे। आज वो ऑस्ट्रेलिया ही नहीं, बल्कि दुनिया के सबसे बेहतरीन ऑफ स्पिन गेंदबाजों में शामिल हैं।

कमाई का बड़ा जरिया है T20 लीग

इंटरनेशनल स्तर पर क्रिकेट खेलने वाले खिलाड़ी अक्सर करोड़ों रुपये के मालिक होते हैं। इन्हें अगर अपने देश की ओर से भी नहीं खेलने का मौका नहीं मिलता है तो वो T20 लीग खेलकर अच्छी खासी कमाई कर लेते हैं। इन T20 लीग में आईपीएल, बीबीएल, पीएसएल और बिगबैश लीग शामिल हैं।