दिल्ली। कोरोना महामारी के खिलाफ दुनिया का सबसे बड़ी टीकाकरण अभियान भारत में जारी है। ताजा खबर यह है कि मंगलवार से राजधानी दिल्ली के ऐम्स में में 6 से 12 साल के बच्चों पर कोरोना वैक्सीन का ट्रायल शुरू हो रहा है। इसके साथ ही स्क्रीनिंग भी शुरू हो जाएगी। यह ट्रायल सफल होता है कि देश में 6 से 12 साल के बच्चों का टीकाकरण भी शुरू हो जाएगा। बता दें, देश में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है और यह भी कहा जा रहा है कि इसका सबसे ज्यादा असर बच्चों पर होगा। इसलिए सरकार की कोशिश है कि तीसरी लहर से पहले बच्चों का टीकाकरण भी पूरा जाए। अभी देश में 45+ और 18+ आयुवर्ग का टीकाकरण जारी है।
मोहाली के इस गांव ने रचा इतिहास, हुआ हर नागरिक का टीकाकरण
पंजाब में मोहाली के भजौली गांव ने इतिहास रच दिया है। यह गांव 18+ आयुवर्ग में 100 फीसदी टीकाकरण वाली देश का पहला गांव बन गया है। सोमवार को आखिरी खुराक के साथ 18 साल से अधिक उम्र की अपनी पूरी आबादी को टीका लगाने वाला यह पहला गांव बन गया। अधिकारियों के मुताबिक, सभी गांव टीकाकरण में कुल मिलाकर अच्छा काम कर रहे हैं। भजौली गांव की आबादी 536 है, जिसमें से 356 लोग 18 वर्ष से अधिक आयु के हैं और सभी पात्र व्यक्तियों को टीके की कम से कम एक खुराक दी गई है। इस काम में भजौली गांव के सरपंच ने अहम भूमिका निभाई। अब इस गांव को 10 लाख रुपए की आर्थिक मदद मिलेगी, जिसका वादा पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किया था।
दिल्ली पहुंची स्पुतनिक-वी वैक्सीन: राजधानी दिल्ली में कोरोना मरीजों के लिए कोविशील्ड और कोवैक्सीन के बाद अब स्पुतनिक-वी वैक्सीन भी जल्द उपलब्ध होगी। रविवार को डा. रेड्डीज लैबोरेटरीज के 170 स्वास्थ्य कर्मचारियों को यह टीका लगाया गया। रूस द्वारा विकसित यह टीका अपोलो अस्पताल में आया है। फोर्टिस में भी यह टीका उपलब्ध होगा, लेकिन आम लोगों को 20 जून के बाद ही लगने की संभावना है।