पढ़िये आज का पंचाग और रविंद्र जैन की आवाज में श्रीराम व कृष्ण के भजन सुनकर अपने दिन को बनाएं शुभ, साथ ही आज का इतिहास
17 जून 2021 गुरूवार को सप्तमी तिथि 05:31:00 तक तदोपरान्त अष्टमी तिथि है। सूर्योदयः- प्रातः 05:13:11, सूर्यास्तः- सायं 06:47:30, विक्रम संवतः- 2078, शक संवतः- 1943
आयनः- उत्तरायण, ऋतुः- ग्रीष्म ऋतु, मासः- ज्येष्ठ माह, पक्षः- शुक्ल पक्ष, तिथिः- सप्तमी तिथि 05:31:00 तक तदोपरान्त अष्टमी तिथि, नक्षत्रः- पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र 22:13:53 तक तदोपरान्त उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र, योगः- सिद्धि 05:00:01 तक तदोपरान्त व्यतिपात, गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 08:52:00 से 10:37:00 तक, राहुकालः- आज का राहु काल 02:02:00 से 03:51:00 तक, सप्तमी तिथि के स्वामी भगवान सूर्यदेव जी हैं तथा अष्टमी तिथि के स्वामी भगवान शिवजी हैं।
गुरूवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है । गुरूवार को दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि ज्यादा आवश्यक हो तो घर से सरसों के दाने या जीरा खाकर निकलें। इस तिथि में नीम नही खाना चाहिए यह तिथि मंगल कार्य, संग्राम, शिल्प, वास्तु, भूषण के लिए शुभ है।