राहत की खबर:अब रेलकर्मी बीमार हाेने पर सीधे ही संबद्ध निजी अस्पतालों में भर्ती हाे सकेंगे

रेलवे के कर्मचारी और उनके परिजन अब गंभीर स्थिति में रेलवे से अनुबंधित अपने नजदीकी किसी भी निजी अस्पताल में सीधे ही भर्ती हाे सकेंगे। अभी निजी अस्पतालाें में जाने से पहले रेलवे के अस्पताल जाना पड़ता है, जहां से जरूरत पड़ने पर ही निजी अस्पताल रैफर किया जाता है। रेलवे ने यूनिवर्सल उम्मीद कार्ड जारी किए हैं, जिन्हें दिखाना होगा। संबंधित निजी अस्पताल उपचार प्रारंभ करने के बाद 24 घंटे या नेक्स्ट वर्किंग डे में मरीज की जानकारी रेलवे अस्पताल को देंगे। रेलवे अस्पताल की ओर से यह बताया जाएगा कि कर्मचारी का उपचार रेलवे अस्पताल में हो सकता है या नहीं? यदि रोग गंभीर है तो उसका निजी अस्पताल में उपचार जारी रहेगा और ज्यादा गंभीर नहीं है तो मरीज अपनी इच्छा से रेलवे अस्पताल आ सकेगा या निजी अस्पताल में ही भर्ती रह सकेगा। मरीज रेलवे अस्पताल में उपचार नहीं करवाता है तो उसे रेलवे गवर्नमेंट हैल्थ सर्विस की तय दरों के मुताबिक भुगतान करेगी।
गंभीर रोगी अब सीधे रेलवे से अनुबंधित अस्पताल में जाकर भर्ती हो सकेंगे। संबंधित अस्पताल रेलवे अस्पताल को 24 घंटे में जानकारी देगा।
-संदीप चौहान, एडीआरएम, अजमेर रेल मंडल
इससे रेलवे कर्मचारियों और उनके परिजनों को समय पर उपचार मिल सकेगा, परेशान नहीं होना पड़ेगा। कागजी कार्रवाई में समय नष्ट नहीं होगा।
-कॉमरेड मोहन चेलानी, मंडल अध्यक्ष, एनडब्लूआरईयू