कुमाऊं में लगातार बारिश, पिथौरागढ़ जिले का सड़क संपर्क कटा, चीन सीमा से लगे 80 गांव पड़े अलग-थलग

हल्द्वानी : कुमाऊं के सभी जिलों में लगातार बारिश हो रही है। मलबा आने व भूस्खलन की वजह से नेशनल हाईवे समेत दर्जनों आंतरिक सड़क बंद हो गई। पिथौरागढ़ व अल्मोड़ा में पहाड़ी खिसकने व नदी का जलस्तर बढ़ने से काफी नुकसान हुआ है। पिथौरागढ़ का शेष कुमाऊं से संपर्क पूरी तरह से कट गया है। वहीं अल्मोड़ा में कई जगहों पर सड़क पर भारी मलबा आने से आवागमन बाधित हैं। वहीं बागेश्वर में भी सरयू का जलस्तर बढ़ने व भारी मात्रा में सिल्ट आने से पेयजल आपूर्ति प्रभावित हुई है।
पिथौरागढ़ जिले में शुक्रवार सायं चार दिन बाद खुला टनकपुर-तवाघाट (एनएच-125) घाट से पिथौरागढ़ के बीच चार स्थानों पर मलबा आने से फिर बंद हो गया है। काली नदी और गोरी नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। गोरी नदी के कटाव से मुनस्यारी के भदेलीबागड में राजेश की दुकान और मकान बह गया है। नदी के कटाव से डरे लोग मकान छोड़ कर ऊंचाई वाले स्थान पर शरण लिए है। बंगापानी तहसील के छोरीबगड में सुरक्षा दीवार ढह गई है और गोरी नदी लगातार कटाव कर रही है। जौलजीबी-मुनस्यारी मार्ग और थल-मुनस्यारी मार्ग बंद होने से मुनस्यारी और बंगापानी तहसीलो का जिला मुख्यालय से सड़क संपर्क टूट गया है।
धारचूला से आगे तवाघाट मार्ग दोबाट के पास बंद है। तवाघाट-लिपुलेख मार्ग में तईंटोला से लेकर उच्च हिमालय में कई स्थानों पर मलबा आया है। तवाघाट-दारमा मार्ग तवाघाट से डेढ़ किमी आगे ध्वस्त हो गया है। मुनस्यारी में दरकोट-मिलम मार्ग बंद होने से चीन सीमा से लगे अस्सी से अधिक गांवों का भी संपर्क टूट गया है।
अल्मोड़ा से पिथौरागढ़ को जोड़ने वाले हाईवे पर ओखलगड़ा के पास पहाड़ी का हिस्सा रात में टूटकर सड़क पर आ गया। टनकपुर-चम्पावत हाईवे पर जगह-जगह मलबा आने से यातायात प्रभावित हो रहा है। बागेश्वर जिले में सरयू और गोमती नदी उफान पर है। जिले की 20 सड़कें बंद हैं। नैनीताल जिले की दर्जन भर आंतरिक सड़कों पर मलबा आया है।