Tue. Apr 29th, 2025

वसुंधरा के समर्थकाें पर प्रदेशाध्यक्ष पूनियां व कटारिया का हमला:बीजेपी में पोस्टरबाजी : प्रदेशाध्यक्ष चुप रहने की हिदायत देते रहे, सिंघवी बाेले- जनता की आवाज हैं वसुंधरा, कैसे दबाएंगे!

बीजेपी में संगठन बड़ा या नेता, इसको लेकर बहस छिड़ी है। जयपुर से लेकर हाड़ौती और दिल्ली तक यह मुद्दा गरमाया हुआ है। बीजेपी कार्यालय के बाहर लगे पाेस्टराें से पूर्व सीएम वसुंधरा राजे की फाेटाे काे जगह नहीं देने के बाद से इस बहस को बढ़ावा मिला। अब हालत ये है कि वसुंधरा समर्थक व संगठन के नेता आमने-सामने हो गए हैं।

बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां एक तरफ बयानबाजी के लिए नेताओं काे चुप रहने की हिदायत देते दिखे। दूसरी तरफ हाड़ौती के नेताओं ने फिर से वसुंधरा ही भाजपा और भाजपा ही वसुंधरा का बिगुल बजाकर तल्खी बढ़ा दी।

वसुंधरा का नेतृत्व पसंद है

छबड़ा से बीजेपी विधायक प्रताप सिंह सिंघवी ने कहा कि वसुंधरा जनता की आवाज है। जनता की आवाज को हम आगे नहीं रखेंगे तो कौन रखेगा? मैं छह बार का विधायक और एक बार मंत्री रह चुका हूं। जनता वसुंधरा को पसंद करती है। उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ना पार्टी के हित में होगा।

समय पर बताएंगे, आगे क्या : पूनियां

बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि इस बारे में समय आने पर बात रखूंगा। लेकिन इतना जरूर है कि पार्टी के प्रमुख लोगों को बयानबाजी से बचना चाहिए। बयानों से वे न तो खुद का हित करते हैं, न पार्टी का। हर व्यक्ति को पार्टी के मंच पर बात रखने का अवसर दिया जाता है लेकिन सार्वजनिक मंचों पर ऐसी बातें कहना पार्टी के संविधान के खिलाफ है। ऐसे लोगों के बारे में पार्टी को पूरी तरह संज्ञान है। कब क्या होगा, इसका समय पर पता चल जाएगा।

वसुंधरा बिना वापसी असंभव

कोटा से भवानी सिंह राजावात ने कहा कि मैं आज भी छाती ठोककर कहता हूं कि राजस्थान में वसुंधरा ही भाजपा और भाजपा ही वसुंधरा है। बीजेपी के पास संगठन तो बरसों से है, फिर सत्ता अटलजी या नरेंद्र मोदी के चेहरे पर ही क्यों मिली? राजनीति में चेहरा बहुत मायने रखता है, जनता चेहरे को भी देखती है।

गलतफहमी से बाहर आएं : कटारिया

नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने वसुंधरा राजे समर्थकों के बयान पर कहा है कि यदि कोई यह सोचे कि मैं पार्टी से ऊपर हूं तो यह ठीक नहीं। कोई किसी व्यक्ति को पार्टी से ऊपर बताए तो भी ठीक नहीं। एक व्यक्ति सरकार बना देगा, ये गलतफहमी भी किसी को नहीं होनी चाहिए। कटारिया ने हिदायत दी कि बीजेपी में पहले देश, फिर पार्टी और तीसरे नंबर पर व्यक्ति होता है। चुनाव किसके नेतृत्व में लड़ा जाएगा, कौन अगला मुख्यमंत्री होगा, यह सब पार्लियामेंट्री बोर्ड तय करता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *