ऊर्जा मंत्री ने पेड़ाें की छंटाई की, सब स्टेशन में खामियां देखकर बोले- दोषियों पर कार्रवाई करो
ग्वालियर के बाद अब प्रदेश के ऊर्जा मंत्री को राजधानी में लाइनमैन और हेल्परों का काम करना पड़ रहा है। मंगलवार सुबह विद्यानगर बिजली सब स्टेशन पर ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर अचानक निरीक्षण करने पहुंचे। यहां पर तारों और पोल पर बेल चढ़ी हुई दिखी। पेड़ों की कटिंग भी नहीं की गई थी। फिर क्या था मंत्रीजी खुद ही पेड़ों की डालियां काटने लगे। बेल को नीचे खींचकर उतारा। इन खामियों को लेकर मंत्री ने अधिकारियों पर नाराजगी जताई है। मंत्री ने बताया कि सब स्टेशन पर मेंटनेंस में भारी खामियां मिली। गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले ही ऊर्जा मंत्री ने ग्वालियर के दौरे पर भी ऐसा ही औचक निरीक्षण किया था।
उन्हाेंने SE और CE को मौके पर बुलाकर लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। उन्हाेंने अधिकारियों से कहा कि सभी सब स्टेशन के मेंटेनेंस का कार्य सुनिश्चित किया जाए। मंत्री ने कहा कि इस तरह की लापरवाही किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
ग्वालियर में मंत्री ट्रांसफर पर चढ़ चुके हैं
ऊर्जा मंत्री अपने गृहनगर ग्वालयिर में जाले हटाने के लिए चार दिन पहले ट्रांसफर पर चढ़ चुके हैं। इसके बाद भी उनके ही विभाग के अफसर और कर्मचारी नहीं सुन रहे हैं।
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले ही ऊर्जा मंत्री ने ग्वालियर के दौरे पर भी ऐसा ही औचक निरीक्षण किया था। पहले उन्होंने एक ट्रांसफार्मर पर चढ़कर जाले और तारों पर बने चिड़िया के घोसेले साफ किए, उसके बाद वे एक कॉलोनी पहुंचे, जहां बिजली चोरी हो रही थी। तोमर जबसे मंत्री बने हैं, तबसे वे कहीं न कहीं इस तरह का औचक निरीक्षण करते रहते हैं। ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या ऊर्जा मंत्री के इन निरीक्षणों के बाद भी क्या अधिकारी उनकी बात को तवज्जो नहीं देते या यह निरीक्षण महज एक पब्लिसटी स्टंट है?
मंत्री मंगलवार को ग्वालियर से ट्रेन से भोपाल पहुंचे थे। यहां से वह सीधे विद्या नगर बिजली सब स्टेशन पहुंचे। मंत्री ने यहां पर अधिकारियों से सब स्टेशन की जानकारी ली। मंत्री ने बताया कि सब स्टेशन का मेंटनेंस ही नहीं हुआ था। इसका खामियाजा ट्रिपिंग होने से बिजली गुल होने पर आम जनता को भुगतना पड़ता है।