अब भी है आस:शटल चलाने के लिए रेल मंत्रालय को भेजा प्रस्ताव, 2-3 दिन में आएगा फैसला
बीड़ संघर्ष समिति, कांग्रेस समेत स्थानीय लोगों की मांग व आक्रोश को देखते हुए भुसावल मंडल ने शटल चलाने का मामला रेल मंत्रालय को भेज दिया है। भुसावल मंडल से जुड़े लोगों के अनुसार शटल चलाने के लिए भुसावल मंडल ने बीड़ से नागपुर, बीड़ से भुसावल या खंडवा-बीड़ शटल चलाने का प्लान भेजा है।
यदि सबकुछ ठीक रहा तो इनमें से एक प्लान को मंजूरी मिल सकती है। कोविड-19 संक्रमण व लॉकडाउन की वजह से रेलवे प्रशासन ने 24 मार्च से अधिकांश ट्रेनों को रद्द कर दिया था। इसमें खंडवा-बीड़ शटल भी शामिल है। भुसावल मंडल ने प्रस्ताव में उल्लेख किया है कि खंडवा-बीड़ शटल की सालाना आमदनी अपेक्षाकृत कम हो रही है।
शटल से किराया 10 रुपए है। इससे ईंधन सहित अन्य जरूरी खर्च निकलना मुश्किल हो रहा है। जितनी आय नहीं हो रही है, उससे कहीं ज्यादा खर्च हो रहे हैं। ऐसे में भुसावल मंडल ने दो प्लान और भेजे हैं। इसमें शटल बीड़ से नागपुर या बीड़ से भुसावल ट्रैक पर दौड़ा सकते हैं। उन्होंने कहा है चूंकि खंडवा जंक्शन है, इसलिए भुसावल या नागपुर का ट्रैफिक ज्यादा रहता है, यदि इस प्लान के हिसाब से चले तो रेलवे की आमदनी बढ़ सकती है। राजनीतिक व समिति सदस्यों के सौंपे ज्ञापन को भी किया अटैच – शटल चलाने को लेकर कांग्रेस व बीड़ संषर्घ समिति ने ज्ञापन सौंपे थे।
इसके बाद मांधाता विधायक ने डीआरएम को पत्र भी लिखा था। रेलवे मंत्रालय को भेजे गए प्रस्ताव में इसे भी अटैच किया है। सूत्रों के अनुसार दो-तीन दिन में रेलवे ट्रैक पर कौन सी ट्रेन दौड़ेगी, यह पता चल जाएगा।
खंडवा-बीड़ शटल न चली तो ये होगा असर
यदि शटल बीड़ से नागपुर या बीड़ से भुसावल चली तो एक फेरा कम हो जाएगा। क्योंकि नागपुर व भुसावल की दूरी ज्यादा है। ऐसे में ज्यादा समय लगेगा। फिलहाल खंडवा-बीड़ शटल (कोरोना संक्रमण के पहले) के तीन फेरे लगते थे।