कांग्रेस में नेता प्रतिपक्ष तय करने के लिए हो सकती है विधायक दल की बैठक
देहरादून। कांग्रेस में नेता प्रतिपक्ष कौन बनेगा, इसके लिए कांग्रेस विधानमंडल दल की राय ली जाएगी। इसके आधार पर ही पार्टी हाईकमान के निर्देश पर पार्टी विधानमंडल दल के नेता के नाम पर मुहर लगेगी। डा इंदिरा हृदयेश के निधन के बाद से प्रदेश में कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता का पद भी रिक्त हो गया है। पार्टी ने अभी डा हृदयेश के निधन के शोक स्वरूप अभी इस मामले में फिलहाल किसी तरह के संकेत नहीं दिए हैं। अलबत्ता, इस पद को लेकर पार्टी के दिग्गजों के बीच खींचतान तेज हो गई है। दरअसल, 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिहाज से नेता प्रतिपक्ष के पद को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। चुनाव में पार्टी की रणनीति तय करने से लेकर टिकटों के निर्धारण में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका अहम रहनी है। इस पद की अहमियत देखते हुए दिग्गजों ने भी बिसात बिछानी शुरू कर दी है।
वर्तमान में उपनेता प्रतिपक्ष करन माहरा को इस पद के सशक्त दावेदारों में शुमार किया जा रहा है। तेजतर्रार छवि के माहरा को पार्टी के भीतर पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस महासचिव हरीश रावत का करीबी माना जाता है। खास बात ये है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से भी माहरा को ही नेता प्रतिपक्ष बनाने की पैरवी हाईकमान से की गई है। हालांकि, पार्टी में वरिष्ठतम विधायकों में शामिल और पिछली कांग्रेस सरकार को बचाने में बतौर विधानसभा अध्यक्ष अहम भूमिका निभाने वाले गोविंद सिंह कुंजवाल को भी इस पद के दावेदारों में शुमार किया जाता है।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक अभी विधानसभा सत्र होने में वक्त है। लिहाजा पार्टी इस मामले में जल्दबाजी में फैसला लेने के पक्ष में नहीं है। हाईकमान ने इस मामले में फीडबैक लेना प्रारंभ कर दिया है। हाईकमान इस मामले में अंतिम फैसला लेने से पहले पार्टी विधानमंडल दल की बैठक बुलाने के निर्देश दे सकता है। बैठक में इस संबंध में फैसला लेने के बाद हाईकमान की ओर से भी नेता प्रतिपक्ष के लिए नाम घोषित किया जा सकता है।