वैक्सीन एक्सपर्ट का दावा, इंग्लैंड में जल्द आने वाली है कोरोना की तीसरी लहर
दिल्ली। कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट के कारण बिट्रेन में कोरोना की तीसरी शुरू हो चुकी है। यहां पिछले कुछ हफ्तों से लगातार कोरोना के नए मामलों में बढ़ोत्तरी हुई है। हालांकि, यहां कोरोना के नए मामले बहुत तेजी से नहीं बढ़े हैं। सरकार को वैक्सीनेशन प्रोग्राम में सलाह देने वाले एक एक्सपर्ट प्रोफेसर फिन ने कहा है कि देश में कोरोना की तीसरी लहर शुरू हो चुकी है और लोग जल्दी से जल्दी वैक्सीन लगवाना चाह रहे हैं। कोरोना के डेल्टा वेरिएंट की पहचान सबसे पहले भारत में हुई थी।
प्रोफेसर फिन ने कहा कि कोरोना का ग्राफ ऊपर जा रहा है, लेकिन मामले बहुत ज्यादा तेजी से नहीं बढ़ रहे हैं। यह राहत की खबर है। लेकिन फिर भी यह ऊपर की ओर बढ़ रहा है। इस वजह से निश्चित तौर पर यह कहा जा सकता है कि कोरोना की तीसरी लहर चल रही है।’
वैक्सीन और डेल्टा वेरिएंट के बीच फंसे हैं लोग
इंग्लैंड में कोरोना का डेल्टा वेरिएंट पहुंच चुका है और बहुत तेजी से लोगों में फैल रहा है। हालांकि, यहां काफी पहले वैक्सीनेशन प्रोग्राम शुरू कर दिए गए थे। इस वजह से काफी लोगों के अंदर कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडी बन चुकी है। इस वजह से कोरोना संक्रमण की रफ्तार काबू में है। हालांकि, जिन लोगों को अभी वैक्सीन नहीं लगी है, उन्हें कोरोना का खतरा है। ये लोग कोशिश कर रहे हैं कि कोरोना का डेल्टा वैरिएंट उन तक पहुंचे इससे पहले वो वैक्सीन लगवा लें।
वैक्सीनेशन पर जताया भरोसा
वैक्सीनेशन कोरोना की तीसरी लहर को किस हद तक रोकने में कामयाब होगा। इस सवाल के जवाब में प्रोफेसर फिन ने कहा कि उन्हें ज्यादा आत्मविश्वास नहीं है कि वैक्सीनेशन कोरोना संक्रमण की रफ्तार में बहुत कमी लाएगा, लेकिन जो आंकड़े सामने आए हैं वो काफी बेहतर हैं। उन्होंने कहा कि ऑफिस फॉर नेशनल स्टैटिस्टिक्स के ताजा आंकड़ों में वृद्धि जारी है, लेकिन यह बढ़ोतरी उतनी तेजी से नहीं हुई है, जितनी उन्हें आशंका थी।
वैक्सीनेशन से कम होंगे मरीज
प्रोफेसर एडम फिन ने आगे कहा कि जितनी जल्दी हम बुजुर्गों को वैक्सीन की दूसरी डोज लगा सकेंगे, उतना ही हम इस लहर में उन्हें अस्पतालों में भर्ती होने से रोक पाएंगे। अगर हम पर्याप्त संख्या में बुजुर्गों की रक्षा करने में कामयाब रहे तो हम मौतों की संख्या में कमी ला सकते हैं। इसके बाद हालात फिर से सामान्य हो सकेंगे। ओएनएस आंकड़ों के अनुसार, प्रत्येक 540 लोगों में से एक व्यक्ति डेल्टा वैरिएंट से संक्रमित है। यह काफी तेजी से ब्रिटेन में फैल रहा है। पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड के ताजा आंकड़ों की मानें तो वैक्सीन की एक डोज से व्यक्ति के कोरोना से संक्रमित होने की आशंका कम हो जाती है और साथ ही अस्पताल में इलाज की जरूरत भी तकरीबन 75 फीसदी घट जाती है।