सफेद सांभर के बाद अब कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में दुर्लभ प्रजाति का सफेद मोर आया नजर
रामनगर, कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में दुर्लभ प्रजाति का एल्बिनो (सफेद) मोर मिलने का दावा किया गया है। इससे पहले भी कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में एल्बिनो सांभर व फिशिंग कैट मिले थे। अनुवांशिक की वजह से मोर का रंग सफेद होना बताया जा रहा है।
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व बाघों के अलावा विभिन्न प्रजाति के वन्य जीवों व अपनी जैव विविधता के लिए मशहूर है। ऐसे में यहां दुर्लभ प्रजाति के वन्य जीव मिलते रहते हैं। रविवार को कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के झिरना क्षेत्र में वन कर्मियों को गश्त के दौरान मोर का झुंड मिला। वन कर्मियों को झुंड में एक मोर पूरा सफेद रंग का मिला। उन्होंने उसकी अस्पष्ट फोटो खींचकर रख ली। कॉर्बेट पार्क के निदेशक राहुल ने बताया कि जो सफेद मोर दिखा है, वह कोई नई प्रजाति नहीं है। वह केवल अनुवांशिक वजह से सफेद हुआ है। सफेद मोर की स्पष्ट फोटो नहीं आई है।
वन्य जीव विशेषज्ञ एजी अंसारी ने बताया कि पिछले साल 31 जुलाई को सीटीआर में ही पाखरो रेंज में एल्बिनो मादा सांभर व झिरना रेंज में एल्बिनो फिशिंग कैट मिला था। उस समय बाघों की गणना के लिए लगाए गए कैमरों में सांभर व फिशिंग कैट दिखे थे।
ऐसे होता है एल्बिनो मोर
किसी वन्य जीव के जीन (वंशाणु) के स्ट्रक्चर में अंतर आने से एल्बिनों जीव पैदा होता है। सीटीआर के एसडीओ आरके तिवारी बताते हैं कि ऐसा नहीं कि यदि इस बार कोई एल्बिनों जीव पैदा हुआ तो अगली बार भी वही होगा। यह लाखों व हजारों में एक होता है। इसलिए यह अति दुर्लभ जीव होता है। कलर सिगमेंट नहीं होने की वजह से इसका रंग पूरी तरह सफेद होता है।