करिश्मा कपूर की डेब्यू फिल्म में उनके हीरो रहे हरीश कुमार नहीं बना फिल्म इंडस्ट्री में पहचान, इस वजह से हुए गुमनाम
करिश्मा कपूर की डेब्यू फिल्म ‘प्रेम कैदी’ की रिलीज को 30 साल पूरे हो चुके हैं। 1991 में आई इस फिल्म में नजर आने के बाद करिश्मा कपूर तो बॉलीवुड में लंबी पारी खेल गईं लें उनके साथ हीरो रहे हरीश कुमार गुमनाम रह गए।
बता दें कि हरीश कुमार 90 के दशक में आई कई बॉलीवुड फिल्मों में को-एक्टर के रूप में दिखाई दिए। लेकिन उसके बाद जैसे इंडस्ट्री से गायब ही हो गए। हरीश ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट की थी और कहा जाता है कि हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़ और मलयालम फिल्मों में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट काम करने वाले वे इकलौते मेल एक्टर रहे हैं। उन्होंने बॉलीवुड और रीजनल भाषाओं की करीब 300 फिल्मों में काम किया है।
हरीश कुमार ने 15 साल की उम्र में बतौर लीड एक्टर काम किया। उनकी पहली फिल्म मलयालम में बनी ‘डेज़ी’ थी। ‘प्रेम कैदी'(1991) में लीड एक्टर के तौर पर नजर आने से पहले हरीश बॉलीवुड की ‘संसार’ (1987) और ‘जीवन धारा’ (1982) जैसी कुछ फिल्मों में काम कर चुके थे।
नाना पाटेकर और गोविंदा जैसे एक्टर्स के साथ किया काम
हरीश ने नाना पाटेकर के साथ ‘तिरंगा’ (1992) और गोविंदा के साथ ‘कुली नंबर 1’ (1995) जैसी फिल्मों में काम किया है। 90 के दशक में अपनी एक्टिंग से ऑडियंस को एंटरटेन करने वाला एक्टर 2001 में आई ‘इंतकाम’ के बाद पर्दे से लगभग गायब हो गया। गोविंदा स्टारर फिल्म ‘नॉटी एट 40’ (2011) से उन्होंने वापसी की कोशिश की, लेकिन फिल्म फ्लॉप रही। आखिरी बार वे 2012 की सुपर फ्लॉप फिल्म ‘चार दिन की चांदनी’ में दिखाई दिए थे।
इस वजह से नहीं टिक सके हरीश कुमार
कहा जाता है कि हरीश कुमार अपने बढ़ते वजन को कंट्रोल नहीं कर सके। मोटापे की वजह से उनका लुक पूरी तरह बदल गया। इस वजह से उन्हें काम मिलना बंद हो गया। बॉलीवुड के बाद धीरे-धीरे रीजनल सिनेमा से भी उन्हें अवॉयड किया जाने लगा। हरीश के बारे में केवल यही जानकारी उपलब्ध है उन्होंने 1995 में संगीता चुग से शादी की थी और वह मुंबई में रहते हैं।