टोक्यो ओलिंपिक:मनप्रीत करेंगे टीम इंडिया की कप्तानी, बीरेंद्र और हरमनप्रीत उप-कप्तान बने; 1980 के बाद कोई मेडल नहीं जीत सका है भारत
देश के दिग्गज मिडफील्डर्स में शामिल मनप्रीत सिंह टोक्यो ओलिंपिक में टीम इंडिया की कप्तानी करेंगे। इसके साथ ही ओडिशा को बीरेंद्र लाकड़ा और हरमनप्रीत सिंह को उप-कप्तान नियुक्त किया गया है। हॉकी इंडिया ने मंगलवार को इसकी घोषणा की। भारतीय हॉकी टीम का यह 21वां ओलिंपिक इवेंट होगा। इससे पहले टीम ओलिंपिक में 8 गोल्ड, 1 सिल्वर और 2 ब्रॉन्ज मेडल जीत चुकी है। भारत ने पिछला गोल्ड मेडल 1980 मॉस्को ओलिंपिक में जीता था।
पिछली हफ्ते हुई थी 16 सदस्यीय टीम की घोषणा
16 सदस्यीय टीम की घोषणा पिछले हफ्ते ही कर दी गई थी। पर कप्तान और उप-कप्तान को लेकर सस्पेंस था। मनप्रीत ने कप्तान बनाए जाने पर कहा कि ओलिंपिक में टीम इंडिया की कप्तानी करना मेरे लिए गर्व की बात होगी। मैं तीसरी बार ओलिंपिक खेलूंगा, पर कप्तान के रूप में यह मेरा पहला ओलिंपिक है। मैं हॉकी इंडिया को धन्यवाद देना चाहता हूं।
”ओलिंपिक में कप्तानी करना मेरे लिए गर्व की बात”
मनप्रीत ने कहा कि पिछले कुछ सालों में हम एक मजबूत टीम के रूप में उभरे हैं। टीम में कई ऐसे खिलाड़ी हैं, जो लीडरशिप क्वालिटी रखते हैं। हमने कोरोना काल में खुद को फिट रखने के लिए मेहनत की। हम लगातार प्रैक्टिस कर रहे थे, ताकि आउट ऑफ फॉर्म न हों। अब हमारा पूरा ध्यान टोक्यो ओलिंपिक पर है।
मनप्रीत पहले भी टीम की कप्तानी संभाल चुके हैं
मनप्रीत पहले भी टीम की कप्तानी संभाल चुके हैं। उनकी कप्तानी में टीम ने 2017 एशिया कप, 2018 एशियन चैंपियंस ट्रॉफी और 2019 में FIH सीरीज फाइनल जीता था। इसके साथ ही टीम 2018 में भुवनेश्वर में हुए हॉकी वर्ल्ड कप में उनकी कप्तानी में टीम क्वार्टर फाइनल में पहुंची थी। इसके साथ ही वर्ल्ड रैंकिंग में टीम टॉप-5 में भी पहुंची।
मनप्रीत, हरमनप्रीत और बीरेंद्र के अनुभव से फायदा
कप्तान के ऐलान के बाद कोच ग्राहम रीड ने कहा कि हमारे लीडरशिप ग्रुप के तीनों खिलाड़ी मनप्रीत, हरमनप्रीत और बीरेंद्र पिछले कुछ समय से टीम का अहम हिस्सा रहे हैं। उन्होंने अपने अनुभव से टीम को काफी फायदा पहुंचाया है। ओलिंपिक के लिए टीम में मौजूद युवा खिलाड़ियों को इसका काफी फायदा मिलेगा।
ग्राहम ने कहा कि 2 उप-कप्तान बनाने के पीछे हमारा मकसद आने वाले समय में टीम की लीडरशिप को और मजबूत करना है। ओलिंपिक में भी इसकी कड़ी परीक्षा होगी। मुझे पूरी उम्मीद है कि एक टीम के रूप में हम सफल होंगे।
बीरेंद्र पिछले 9 साल से टीम इंडिया का हिस्सा रहे
बीरेंद्र पिछले 9 साल से टीम इंडिया का हिस्सा रहे हैं। वे 2012 ओलिंपिक में टीम में थे। पर 2016 ओलिंपिक में घुटने में चोट और सर्जरी की वजह से नहीं खेल पाए थे। वापसी के बाद से बीरेंद्र ने टीम की कामयाबी में अहम योगदान दिया है। हरमनप्रीत पर डिफेंडिंग के साथ-साथ ड्रैग फ्लिक की भी जिम्मेादारी होगी। वे और रुपिंदर पाल सिंह के रूप में 2 ड्रैग फ्लिकर्स मौजूद हैं।
हरमनप्रीत ने 2015 में सीनियर टीम के लिए डेब्यू किया था
हरमनप्रीत ने 2015 में नेशनल सीनियर टीम के लिए डेब्यू किया था। 2019 में मनप्रीत के अनुपस्थिती में हरमनप्रीत की कप्तानी में टीम इंडिया ने टोक्यो में हुए FIH ओलिंपिक टेस्ट इवेंट में जीत हासिल की थी। भारत अपने ओलिंपिक अभियान की शुरुआत 24 जुलाई से करेगा। पहले मैच में टीम ग्रुप स्टेज में न्यूजीलैंड की टीम से भिड़ेगी।
ओलिंपिक के लिए 16 सदस्यीय टीम इंडिया
- गोलकीपर : पीआर श्रीजेश
- डिफेंडर्स : हरमनप्रीत सिंह, रुपिंदर पाल सिंह, सुरेंद्र कुमार, अमित रोहिदास, बीरेंद्र लाकड़ा।
- मिडफील्डर्स : हार्दिक सिंह, मनप्रीत सिंह, विवेक सागर प्रसाद, निलकांत शर्मा, सुमित।
- फॉरवर्ड्स : शमशेर सिंह, दिलप्रीत सिंह, गुरजंत सिंह, ललित कुमार उपाध्याय, मंदीप सिंह।
- स्टैंडबाय : कृष्ण पाठक (गोलकीपर), वरुण कुमार (डिफेंडर), सिमरनजीत सिंह (मिडफील्डर)।