स्वच्छता की ओर एक ओर कदम:भोपाल में दूध, लस्सी, जूस के जो पैकेट आप फेंक देते हैं, वे अब रिसाइकल होंगे; देहरादून में बनेंगी कॉपी-किताब
भोपाल नगर निगम अब कचरे के डिब्बे में फेंके जाने वाले दूध, लस्सी, जूस के खाली पैकेट को रिसाइकल करेगा। इससे कॉपी, किताब, कुर्सी-टेबल बनाएगा। एक निजी संस्था के माध्यम से शहर की 70 लोकेशन पर बॉक्स लगाए गए हैं ताकि लोग उनमें खाली पैकेट फेंक दें। इन खाली पैकेट को देहरादून भेजा जाएगा। जहां पर कबाड़ से कॉपी-किताब व अन्य सामान तैयार किया जाएगा। शहर में इस तरह का प्रतिदिन करीब 2 टन तक कचरा निकलता है।
नगर निगम आयुक्त केवीएस चौधरी ने टेट्रा पैक कलेक्शन बॉक्स का उद्घाटन किया है। इसके बाद शहर के प्रमुख बाजार, सार्वजनिक स्थान, पार्क, कॉलोनियों में उक्त बॉक्स रखे गए हैं।
दावा: मप्र में पहली बार ऐसा इनोवेशन
इस प्रोजेक्ट पर नगर निगम के साथ काम कर रहे अनुराग असाटी ने बताया कि खाली दूध, लस्सी ,ज्यूस आदि के टेट्रा पैक में प्लास्टिक, कागज समेत सात तरह की लेयर होती है, जो पर्यावरण एवं स्वच्छता दोनों के लिहाज से ठीक नहीं होते। इनसे भी पर्यावरण को नुकसान होता है। इसलिए इन्हें इकट्ठा कर उनसे उपयोगी सामान बनाने के लिए 70 लोकेशन पर बॉक्स रखे हैं। जिन्हें समय-समय पर खाली किया जाएगा।
इसके लिए टीम बनाई गई हैं। इसके बाद इन्हें देहरादून भेजेंगे। वहां पर रिसाइकल की प्रोसेस होगी। मध्यप्रदेश में ऐसा इनोवेशन करने वाला भोपाल पहला शहर है। दिल्ली, मुंबई जैसे महानगरों में पहले से इस तरह की पहल हो रही है।
पहले से संचालित हो रहे किताब घर
निगम प्रत्येक जोन एवं वार्ड स्तर पर किताब घर भी संचालित कर रहा है। जहां अनुपयोगी किताबों को इकट्ठा करके उन्हें रिसाइकल किया जा रहा है। पुरानी कॉपी से बचे पन्नों की नई कॉपी भी बनाई जा रही है। जिन्हें गरीब व जरूरतमंद स्टूडेंट्स को वितरित की जा रही है। हालांकि, कोरोना संक्रमण के चलते पिछले छह महीने में कम किताबें पहुंच रही है।