19 लाख 82 हजार पौधे इस बार होंगे तैयार:2.25 लाख घरों को देंगे मेडिशनल प्लांट, प्रत्येक परिवार को मिलेंगे 8 प्लांट

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की बजट घोषणा घर-घर औषधि पौधा लगाने को लेकर विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। सरकार की तरफ से 19 लाख 82 हजार पौधे तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। योजना के तहत वन विभाग ने विभाग की नर्सरी सहित अन्य नर्सरी में तुलसी, अश्वगंधा, गिलोय और कालमेघ के पौधे तैयार किए जा रहे है। जिले में करीब साढे चार लाख परिवार है। इन परिवारों में से सवा दो लाख परिवारों को तुलसी, अश्वगंधा, गिलोय और कालमेघ नि:शुल्क वितरित किए जाएंगे। एक परिवार को चार अलग-अलग 8 मिलेंगे।
वन विभाग कार्यालय में स्थित नर्सरी में अलग-अलग क्वारियों में चारों तरह के औषधि पौधे तैयार किए जा रहे हैं। इस कार्य में वन रक्षकों, बेलदारों के साथ मजदूरों को भी लगाया गया है। प्लास्टिक की थैलियों और क्वारियों में औषधि पौधे तैयार किए जा रहे है।
उप वन संरक्षक संजय प्रकाश भादू के मुताबिक घर-घर औषधि योजना सरकार की बजट घोषणा योजना है। इस योजना की मंशा लोगों को औषधि पौधों के लिए जागरूक करने की है, ताकि लोग इन पौधों को अपने घरों में लगाकर और इनके सेवन से अपने इम्युनिटी को बढ़ा सके। बाड़मेर वन विभाग को इस योजना के तहत 19 लाख 82 हज़ार औषधि पौधे तैयार करने का लक्ष्य दिया गया है। जब पौधे पूरी तरह से तैयार हो जाएंगे।

बड़ी मात्रा में औषधिय पौधे तैयार
योजना के तहत वन विभाग अपने नर्सरी सहित जिले की अन्य नर्सरियों में औषधिय पौधे तैयार किए जा रहे है। बड़ी मात्रा में पौधे तैयार भी हो चुके है। विभाग के आदेश के बाद वितरित करने के लिए अभियान शुरू किया जाएगा।
टास्क फोर्स का गठन
जिला कलक्टर लोकबंधु यादव ने इस योजना के क्रियान्वयन के लिए टास्क फ़ोर्स का गठन भी किया है। टास्क फ़ोर्स में विभिन्न विभागों के प्रमुख अधिकारियों को शामिल किया गया है। टास्क फ़ोर्स के माध्यम से योजना के तहत पौधों की वितरण व्यवस्था, वितरण स्थलों का चिह्नीकरण, विभिन्न विभागों से सहयोग, प्रचार-प्रसार के संबंध में समय-समय पर समीक्षा की जायेगी। राज्य सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत चार-चार अलग तरह के कुल 8 पौधे प्रत्येक घर तक पहुंचाए जाएंगे।
धरातल पर चल रहा है पौधे तैयार करने का काम
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट घोषणा के बाद घर-घर औषधि योजना के तहत नर्सरियों में धरातल पर काम शुरू हो चुका है और बड़ी मात्रा में पौधे तैयार होने के बाद पौधा वितरण अभियान के माध्यम से योजना को गति मिल सकेगी।