भोपाल सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने हेमंत करकरे को देशभक्त मानने से किया इनकार
सीहोर। आतंकवाद का साथ देना कांग्रेस की विचारधारा है। देश भक्तों, साधु-संतों को जेल में डालना, अनुच्छे 370 वापस लागू करने की मानसिकता रखना कांग्रेस की विचारधारा है। बंगाल में वामपंथी व देशद्रोहियों का कांग्रेस साथ देती है। कभी भी कांग्रेसियों की विचारधारा में हमने देशभक्ति नहीं सुनी। आतंकवादियों की मौत पर रोने वाली कांग्रेस की विचारधारा है। यह बात भोपाल संसदीय क्षेत्र की सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने टाउन हाल में हुए मीसाबंदी सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि जो इमरजेंसी में मीसा बंदी बनाए गए थे, वह अपने बच्चों सहित समाज को बताएं कि कांग्रेस का असली स्वरूप क्या है। आपाताकाल को लेकर सांसद ने कहा कि ‘एक इमरजेंसी 1975 में लगी थी और एक इमरजेंसी जैसी स्थिति बनी थी 2008 में, जब मालेगांव ब्लास्ट में साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को जेल में बंद किया गया था। मैंने स्वयं उस चीज को झेला और सहा है। हेमंत करकरे को लोग देश भक्त कहते हैं, लेकिन जो वास्तव में देश भक्त हैं वह उसको देश भक्त नहीं कहते हैं। उन्होंने हमें पढ़ाने वाले शिक्षकों व आचार्य की उंगलिया व पसलियां तोड़ दी थीं। उन्होंने मीडिया से चर्चा के दौरान जम्मू कश्मीर को लेकर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जो भी होगा, उचित होगा। कांग्रेस ने परिसीमन गलत किया था, जिसे हमें सही करना है। राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह के बयान पर पलटवार करते हुए साध्वी ने कहा कि जो उनका अनुच्छेद 370 फिर लागू करने संबंधी बयान शर्मनाक है। उनको देश से माफी मांगनी चाहिए।
करकरे की शहादत का उड़ाया मजाक
भोपाल से लोकसभा सदस्य प्रज्ञा सिंह द्वारा सीहोर में दिए बयान पर प्रदेश कांग्रेस ने आपत्ति उठाते हुए कहा कि भाजपा को साफ करना चाहिए कि वह उनसे सहमत है या नहीं। प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव ने कहा कि बलिदानी हेमंत करकरे को लेकर सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने जिस तरह का बयान दिया, उससे उन्होंने अपने दिवंगत आचार्य के चेहरे पर कालिख पोत दी है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने कहा कि पहले भी उन्होंने बलिदानी करकरे को लेकर विवादित बयान दिए थे, अब बार फिर उन्होंने शहादत का मजाक उड़ाया है।