आने वाले 24 घंटों के दौरान दून में चढ़ेगा पारा, पहाड़ों में राहत के आसार
देहरादून।आने वाले 24 घंटों के दौरान दून समेत मैदानी इलाकों में मौसम शुष्क रहेगा। इससे अधिकतम तापमान में दो डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है। वहीं, पहाड़ी इलाकों में कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। उधर, सोमवार दोपहर दो बजे ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर मारवाड़ी के निकट हाथी पहाड़ का हिस्सा टूटकर हाईवे पर गिरने से एक घंटे तक आवाजाही बाधित रही।
दून व आसपास के क्षेत्रों में सुबह हल्के बादल छाये रहे। दिन के करीब 11 बजे कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी भी हुई, लेकिन उसके बाद धूप खिलने से गर्मी व उमस बढ़ गई। इस बीच दून का अधिकतम व न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक क्रमश: 33.7 व 25.1 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया, जबकि मसूरी का अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री अधिक 25.2 और न्यूनतम 16.3 डिग्री सेल्सियस रहा। पहाड़ी जिले रुद्रप्रयाग, चमोली, उत्तरकाशी, टिहरी, पौड़ी व कुमाऊं मंडल में कही-कहीं हल्के बादल छाये रहे। जिससे उमस व गर्मी ने बेहाल किया।
उधर, चमोली जिले में भले ही बारिश का दौर थम गया हो, मगर अब धूप खिलने के बाद पहाड़ों के खिसकने का सिलसिला शुरू हो गया है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, राज्य के मैदानी क्षेत्रों में मौसम शुष्क रहेगा। जबकि कुछ पहाड़ी जिलों में कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है।
भू धंसाव से हल्दापानी को खतरा, सुरक्षा की गुहार
चमोली जिले के गोपेश्वर के हल्दापानी में बीते साल शुरू हुआ भू धंसाव लगातार बढ़ रहा है। नागरिकों ने जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर भू धंसाव के ट्रीटमेंट की गुहार लगाई है।ज्ञापन में नागरिकों का कहना है कि अभी बरसात भी शुरू नहीं हुई है और भू धंसाव बढ़ता जा रहा है। इससे भवनों को भी खतरा पैदा हो गया है। कहा कि शासन प्रशासन के ढुलमुल रवैये के कारण नागरिक परेशान हैं
मांग की गई कि लोक निर्माण विभाग द्वारा बनाई जा रही क्रेटवाल का तुरंत निर्माण किया जाए। आपदा स्थल के दोनों ओर पानी निकासी की समुचित व्यवस्था की जाए। सिंचाई विभाग की ओर से वृहद सुरक्षा कार्य तत्काल शुरू किया जाए। भूस्खलन स्थल के नीचे एनएच की नाली की मरम्मत की जाए। कहा कि भू धंसाव से भवनों पर दरारें आ गई है। तीन परिवार डर के मारे घरों को छोड़कर अन्यत्र शरण लिए हुए हैं।