दो माह की खामोशी के बाद लौटी जिम की रौनक, 50 प्रतिशत क्षमता से हो रहे संचालित; मास्क भी जरूरी

ऋषिकेश। नगर और आसपास क्षेत्र में पिछले दो माह से कोरोना संक्रमण के कारण सभी जिम बंद थे। प्रदेश सरकार की ओर से जारी एसओपी में छूट मिलने के बाद मंगलवार से क्षेत्र के करीब 40 जिम खुल गए। सभी जगह 50 प्रतिशत क्षमता और मास्क की अनिवार्यता रखी गई है। पहले दिन सभी जगह उपस्थिति कम नजर आई है।
कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर के आते ही इस वर्ष 30 अप्रैल से प्रदेश के सभी जिम बंद करने के आदेश जारी किए गए थे। दो माह से सभी जिम बंद रहे। बीते सोमवार को प्रदेश सरकार ने नई एसओपी जारी की। जिनमें कोचिंग सेंटर और जिम खोलने की अनुमति सशर्त दी गई। इसमें 50 प्रतिशत क्षमता, मास्क का प्रयोग और सैनिटाइजर का प्रयोग अनिवार्य किया गया है।
दो महीने बाद मंगलवार को अधिसंख्य जिम खोल दिए गए। जिम संचालकों ने बीते रोज आदेश जारी होने के बाद ही अपने यहां मशीनों को सैनिटाइज करना शुरू कर दिया था। जिम संचालकों ने अपने यहां बकायदा प्रवेश द्वार पर सभी की जानकारी के लिए नोटिस चस्पा किया है, जिसमें बिना मास्क का प्रवेश वर्जित लिखा गया है। ऋषिकेश, मुनिकीरेती, तपोवन, श्यामपुर ग्रामीण क्षेत्र में करीब 40 जिम संचालित होते हैं। इनमें 90 प्रतिशत जिम ऐसे हैं, जो किराए के भवन में चल रहे हैं। दो माह जिम बंद रखने के बावजूद सभी को किराए का भुगतान करना पड़ा है।
रेलवे रोड स्थित आक्सीजन जिम के संचालक और ट्रेनर अंकित जोशी ने बताया कि सरकार की ओर से पर्यटन और परिवहन व्यवसायियों के लिए आर्थिक सहायता की घोषणा की गई है, लेकिन जिम संचालन के जरिए स्वरोजगार से जुड़े जिम संचालकों के लिए भी सरकार को आर्थिक पैकेज देने की व्यवस्था करनी चाहिए। बाडी बिल्डिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष शैलेंद्र बिष्ट ने बताया कि इस संबंध में एसोसिएशन का प्रतिनिधिमंडल जल्द मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत और शासकीय प्रवक्ता व कृषि मंत्री सुबोध उनियाल से मिलेगा।