भोपाल। सीएम शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में मंगलवार को हो रही बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर फैसला लिया जाएगा। प्रदेश में सिंचाई के लिए सोलर पंप की स्थापना में किसानों को अब दोगुना अंशदान देना होगा। अभी एक हॉर्सपावर के लिए किसान का अंशदान 19 हजार रुपये के आसपास होता है, जो नई व्यवस्था में बढ़कर 38 हजार 795 रुपये हो जाएगा। इसी तरह 10 हॉर्स पावर के पंप के लिए किसान को दो लाख 20 हजार 135 रुपये देने होंगे। केंद्र और राज्य सरकार का अंशदान 30-30 प्रतिशत होगा। इसके अलावा राज्य सरकार राज्य ऊर्जा विकास निगम को दिया जाने वाला सर्विस चार्ज अलग से देगी। इसके लिए नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा विभाग मुख्यमंत्री सोलर पंप योजना में संशोधन का प्रस्ताव रखेगा। प्रदेश में नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा के तहत सोलर पंप के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए वर्ष 2017 से मुख्यमंत्री सोलर पंप योजना लागू है। इसमें अब तक 21 हजार 338 हितग्राहियों को लाभांवित किया जा चुका है। योजना को लेकर मांग तेजी के साथ बढ़ रही है। इसमें अभी केंद्र सरकार का अंशदान तो 30 प्रतिशत है, पर राज्य सरकार काफी अनुदान देती है।

एक हॉर्सपॉवर के पंप की कुल लागत एक लाख 14 हजार पांच रुपये आती है। इसमें केंद्र सरकार 31 हजार 592 रुपये का अंशदान अनुदान के तौर पर देती है, जबकि प्रदेश सरकार 63 हजार 413 रुपये का अनुदान देती है। इसमें राज्य ऊर्जा विकास निगम को दिया जाना वाला सर्विस चार्ज और जीएसटी शामिल है। किसानों को मात्र 19 हजार रुपये अंशदान ही देना होता है, जो कुल लागत का 16.67 प्रतिशत होता है। प्रस्तावित नई व्यवस्था में केंद्र सरकार का अनुदान तो उतना ही रहेगा, मगर राज्य का कम हो जाएगा। एक हार्सपॉवर के पंप के लिए राज्य सरकार अब 63 हजार 413 रुपये की जगह 43 हजार 618 रुपये देगी। किसान को 38 हजार 795 रुपये लगाने होंगे।