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नर्सों का अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू:जबलपुर में 1500 नर्सों ने काम बंद किया, नर्सेस एसोसिएशन ने कहा मांग पूरी होने तक जारी रहेगा आंदोलन

डॉक्टरों के बाद अब नर्सों ने अपनी विभिन्न मांगों काे लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चली गई है। नर्सों का प्रदर्शन कई दिनों से जारी था। बावजूद सरकार या हेल्थ विभाग ने कोई ध्यान नहीं दिया। जबलपुर मेडिकल काॅलेज की 1100 और जिले की 400 अन्य नर्सों के हड़ताल पर चले जाने से स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई है। वार्डों में मरीजों की देखभाल के लिए कोई नहीं बचा है।

जबलपुर मेडिकल कॉलेज में जूडा के भरोसे मरीजों का इलाज चल रहा था। नर्सेस एसोसिएशन की जिला अध्यक्ष हर्षा सोलंकी ने कहा कि अब मांग पूरी होने तक उनका हड़ताल जारी रहेगा। सरकार और स्वास्थ्य विभाग को बहुत समय दिया गया, पर किसी भी जिम्मेदार ने उनसे बात करना भी जरूरी नहीं समझा। नर्सों ने मेडिकल कॉलेज के सामने धरने पर बैठ गई है।
वार्डों में व्यवस्थाएं चरमराई
नर्सों की हड़ताल के चलते वार्डों में व्यवस्थाएं चरमरा गई है। वार्डों में मरीजों का बॉटल तक बदलने के लिए कोई नहीं है। कई छोटी-छोटी परेशानी के लिए मरीज परेशान हो रहे हैं। हालांकि वार्ड ब्वाय और जूडा की मदद से मेडिकल प्रबंधन मरीजों की परेशानी दूर करने के प्रयास में जुटी है।
नर्सों की ये है मांग-

  • 2004 के बाद नियुक्त सभी स्टाफ नर्सों की पुरानी पेंशन लागू की जाए।
  • कोरोना काल में काम करने वाली नर्सेस को दो वेतन वृद्धि दी जाए।
  • 2018 के आदर्श भर्ती नियमों में संशोधन करते हुए 70 प्रतिशत, 80 प्रतिशत और 90 प्रतिशत का नियम हटाया जाए।
  • प्रतिनियुक्ति समाप्त कर स्थानांतरण की प्रक्रिया चालू की जाए।
  • सरकारी अस्पताल और मेडिकल कॉलेजों में सेवारत नर्सों की उच्च शिक्षा के लिए आयु सीमा बंधन हटाया जाए।
  • कोरोना काल में अस्थाई रूप से भर्ती की गई नर्सेस को नियमित किया जाए।
  • अन्य राज्यों की तरह प्रदेश के समस्त नर्सेस का स्टाफ नर्स से पदनाम पदलकर नर्सिंग आॅफिसर किया जाए।
  • स्वाशासी में से पदस्थ नर्सेंस को सातवा पे कमीशन का लाभ वर्ष 2018 के बजाए सभी कर्मचारियों की भर्ती वर्ष 2016 से दिया जाए।
  • कोरोना काल में शहीद हुए नर्सिंग स्टाफ के परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति दी जाए और 15 अगस्त को राष्ट्रीय कोरोना योद्धा अवार्ड से सम्मानित किया जाए।
  • मेल नर्स की भर्ती भी तत्काल की जाए।
  • शासकीय नर्सिंग कॉलेज एवं स्कूल में अध्ययनरत छात्राओं को कलेक्ट्रेट दर पर मानदेय दिया जाए।
नर्सों का अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू।
नर्सों का अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू

राजाज्ञा प्रकाशित कर हड़ताल को किया प्रतिबंधित
मेडिकल कॉलेज के डीन डॉक्टर प्रदीप कसार की ओर से बताया गया है कि गृह विभाग ने 28 जून को ही गजट नोटिफिकेशन जारी कर डॉक्टर, नर्सों सहित 10 जरूरी सेवाओं से जुड़े लोगों के हड़ताल को प्रतिबंधित कर दिया है। हड़ताल करने पर एस्मा के तहत कार्रवाई की बात कही गई है। ये आदेश तीन महीने के लिए प्रभावी रहेगी।
इनके हड़ताल पर लगाई रोक-

  • सभी हेल्थ सुविधाएं
  • डॉक्टर, नर्स और स्वास्थ्य कर्मी
  • स्वास्थ्य संस्थानों के सफाई कर्मी
  • मेडिकल उपकरणों की बिक्री और संधारण व परिवहन से जुड़े लोग
  • दवाओं, ड्रग की बिक्री परिवहन और विनिर्माण से जुड़े लाेग
  • एम्बुलेंस सेवाओं से जुड़े लोग
  • पानी, बिजली की आपूर्ति वाले लोग
  • सुरक्षा संबंधी सेवाओं से जुड़े लोग
  • खाद्य और पेयजल प्रावधान एवं प्रबंधन से जुड़े लोग
  • बायो मेडिकल वेस्ट प्रबंधन से जुड़े लोग

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