अनुबंधित बसों की संख्या बढ़ाकर परिवहन निगम का निजीकरण करने की तैयारी, मुखर हुआ कर्मचारी संगठन
हल्द्वानी, रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद ने परिवहन निगम के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा कि मुख्यालय में जमा अफसर रोडवेज को निजीकरण की तरफ ले जा रहे हैं। हाल में तैयार की गई कार्य योजना इसी ओर इशारा करती है। इसलिए अनुबंधित बसों की संख्या बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। घाटे के बावजूद 20 प्रतिशत संचालन बढ़ाने की तैयारी है। वहीं, बस स्टेशनों को प्राधिकरण के हवाले करने के प्रस्ताव की भी कर्मचारी खिलाफत कर रहे हैं। अफसरों का तर्क है कि इस फैसले 350 कर्मचारियों का भार कम होगा। जबकि कर्मचारियों का कहना है कि जिन जगहों पर प्राधिकरण को परमिशन मिली है वहां भी सारा काम रोडवेज के कर्मचारी ही देखते हैं।
रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम सिंह डंगवाल ने कहा कि रोडवेज कर्मचारियों की सैलरी को लेकर हाई कोर्ट का आदेश सराहनीय है। लेकिन निगम को घाटे से उबारने के लिए अफसरों ने जो कार्य योजना तैयार की है। उसे लेकर कर्मचारी और संगठनों को विश्वास में नहीं लिया गया। रिपोर्ट में कई बिंदु ऐसे है जिनका पुरजोर विरोध किया जाएगा। संगठन का कहना है कि निगम प्रबंधन में कई सालों से महाप्रबंधक संचालन और महाप्रबंधक वित्त के पद नियम विरुद्ध तकनीकी संवर्ग से भरे गए हैं। जबकि उपरोक्त दोनों पद संचालन संवर्ग से होने चाहिए। प्रदेश अध्यक्ष विक्रम डंगवाल ने कहा कि किसी भी तरह की निगम विरोधी कार्य योजना को लागू करने पर आंदोलन किया जाएगा।