तीन जोड़ी स्पेशल 2 जुलाई से शुरू:जबलपुर से रीवा, नागपुर और अम्बिकापुर के बीच चलेगी, तो इटारसी से कटनी होकर बीना तक चलेगी मेमू
पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर मंडल से कोविड के चलते बंद हो गई तीन जोड़ी स्पेशल ट्रेनों को फिर शुरू किया जा रहा है। दो जुलाई को तीनाें स्पेशल ट्रेनों का संचालन शुरू होगा। वहीं कटनी-बीना के बीच चल रही मेमू का विस्तार करते हुए उसे जबलपुर से इटारसी तक जोड़ा जा रहा है।
रेलवे प्रशासन ने कोरोना की दूसरी लहर में कम यात्री मिलने की वजह से तीन जोड़ी स्पेशल ट्रेनों को बंद कर दिया था। अब रेलवे ने दो जुलाई से तीनों स्पेशल ट्रेनों को चलाने का निर्णय लिया है।
- जबलपुर-नागपुर 02160/02159 स्पेशल ट्रेन :- गाड़ी संख्या 02160 जबलपुर से नागपुर दो जुलाई को और तीन जुलाई को वापस आएगी।
- जबलपुर-रीवा 02289/02290 स्पेशल ट्रेन :- गाड़ी संख्या 02289 जबलपुर से रीवा के लिए दो जुलाई को रवाना होगी और वापसी भी दो जुलाई को होगी।
- जबलपुर-अम्बिकापुर 01265/01266 स्पेशल ट्रेन :- गाड़ी संख्या 01265 जबलपुर से अम्बिकापुर दो जुलाई को और वापसी में तीन जुलाई को जबलपुर आएगी।
चार जोड़ी पैसेंजर के बदले चलेगी मेमू
डीआरएम संजय विश्वास ने बताया कि जबलपुर से संचालित चार पैसेंजर ट्रेनों के बदले मेमू चलाने का प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भेजा गया है। कटनी से बीना के बीच संचालित मेमूू को विस्तार देते हुए उसे जबलपुर होकर इटारसी तक चलाने का प्रस्ताव है। वहीं कटनी से रीवा, सिंगरौली के बीच भी मेमू चलाने का प्रस्ताव है। रेलवे ने यात्रियों सुविधाओं को बढ़ाने के लिए सलैया असलाना और पटवारा स्टेशनों पर पैदल पुल का निर्माण किया है।
टॉवर बैगन शेड बनाए गए हैं
इसके साथ ही मालखेड़ी, बीना, रीठी हरदुआ और न्यू कटनी जंक्शन से कटनी खुर्द के बीच रेलवे लाइन पर एनआई कार्य के तहत डबल ट्रैक बिछाने का कार्य किया गया है। कटनी-सिंगरौली रेल खंड पर ऑनलाइन मैनेट्रिंग ऑफ रोलिंग स्टॉक की स्थापना की गई है। इससे रेलगाड़ियों के पहिए की खराबी का निरीक्षण किया जाता है। ओएचआई वायर की समस्या होने पर त्वरित मरम्मत के लिए नरसिंहपुर, सिहोरा, बागरा तवा स्टेशन में टावर वैगन शेड बनाए गए हैं।
घर बैठे लगेज बुक कराने की सुविधा
डीआरएम ने बताया कि बुकर एंड बैगेज येाजना प्रारंभ की गई है। इसमें रेलवे को फज्ञेन करके भी कोई व्यक्ति अपने लगेज बैग को बुक करा सकता है। कहीं भी भेज सकता है। लगेज का रेलवे सुरक्षित परिवहन और डिलेवरी करकेगा। जून में मंडल ने 55 मिलियन टन माल ढुलाई की। इससे 145 कोड़ रुपए का माल भाड़ा प्रापत हुआ। वहीं अन्य स्रोतों से भी ढाई करोड़ रुपए की कमाई हुई।