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मारुति को 217% तो बजाज ऑटो को 24% की धमाकेदार ग्रोथ मिली, एस्कॉर्ट्स ने मई के मुकाबले 1682 ट्रैक्टर ज्यादा बेचे

ऑटोमोबाइल कंपनियों ने जून 2021 में गाड़ियों की बिक्री के आंकड़े जारी कर दिए हैं। इस बार आंकड़े उम्मीद से बेहतर आ रहे हैं। देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया को जून में मासिक आधार पर 217% की धमाकेदार ग्रोथ के साथ 1,47,368 गाड़ियां बेचीं। वहीं, बजाज ऑटो सेल्स को सालाना आधार पर 24% की ग्रोथ मिली है। कंपनी ने जून में कुल 3,46,136 यूनिट्स की बिक्री की। एस्कॉर्ट्स ने बीते महीने 12,533 यूनिट की बिक्री की। कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के चलते मई में ज्यादातर कंपनियों की ऑटो सेल्स के आंकड़े निराशाजनक रहे थे। आइए सभी कंपनियों की ऑटो सेल्स के आंकड़ों पर नजर डालते हैं…

मारुति को 217% की धमाकेदार ग्रोथ मिली

  • जून में मारुति की कारों की डिमांड में सातवें आसमान पर रही। कंपनी ने मासिक आधार पर 217% की धमाकेदार ग्रोथ के साथ 1,47,368 यूनिट बेची। मई में कंपनी ने महज 46,555 यूनिट बेची थीं। मारुति के कॉम्पैक्ट व्हीकल और यूटिलिटी व्हीकल सेगमेंट में बढ़त देखने को मिली।
  • कंपनी ने जून में 17,237 यूनिट की बेची, जो मई में 11,262 यूनिट थी। इसी तरह, उसने मिनी और कॉम्पैक्ट व्हीकल सेगमेंट में चार गुना की ग्रोथ के साथ 97,359 यूनिट बेची। यूटिलिटी व्हीकल सेगमेंट में उसने 25,484 यूनिट बेची, जो मई में 6,355 यूनिट थी।
  • कंपनी ने जून 2021 में ऑल्टो और एस-प्रेसो की 17,439 यूनिट बेची। बीते साल जून में उसने इन दोनों कार की 10,458 यूनिट बेची थीं। इसी तरह, बीते महीने वैगनआर, स्विफ्ट, सेलेरियो, इग्निस, बलेनो, डिजायर और टूर एस की कंपनी ने 68,849 यूनिट बेची। बीते साल जून में उसने इन सभी की 26,696 यूनिट बेची थीं।

हुंडई को 77% की ग्रोथ मिली

  • बीते महीने हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड ने 77% की मंथली ग्रोथ के साथ 54,474 यूनिट बेचीं। कंपनी ने मई में 30,703 यूनिट की बिक्री की थी। कंपनी की अपने डीलरशिप के लिए डोमेस्टिक डिस्पैच पिछले महीने 40,496 यूनिट्स की थी, जबकि मई में ये आंकड़ा 25,001 यूनिट्स का था। जून में एक्सपोर्ट बढ़कर 13,978 यूनिट हो गया, जो मई में 5,702 यूनिट था।

टाटा मोटर्स की सेल्स 59% बढ़ी

  • बीते महीने टाटा मोटर्स ने मासिक आधार 59% की ग्रोथ के साथ कुल 24,110 गाड़ियां बेची। उसके पैसेंजर्स व्हीकल सेगमेंट में मई की तुलना में 59% की ग्रोथ रही। कंपनी ओवरऑल डोमेस्टिक सेल्स 78% की ग्रोथ के साथ 43,704 यूनिट्स रही। वहीं, ओवरऑल कमर्शियल व्हीकल सेल्स बढ़कर 22,100 यूनिट रही। उसने मई में 11,401 यूनिट बेची थीं।

बजाज ऑटो को 24% की ग्रोथ मिली

  • बजाज ऑटो ने जून में 24% की ग्रोथ के साथ 3,46,136 यूनिट बेची। कंपनी ने बीते साल जून में 2,78,097 यूनिट की बिक्री की थी। यानी कंपनी ने बीते महीने 68,039 यूनिट ज्यादा बेची। बीते महीने कंपनी की घरेलू बिक्री 1,61,836 यूनिट की रही, जबकि बीते साल उसने 1,51,189 यूनिट बेची थी। यानी घरेलू बिक्री में 7% की ग्रोथ मिली।
  • कंपनी ने जून में 22 प्रतिशत की ग्रोथ के साथ मोटरसाइकिल की 3,10,578 यूनिट बेची, जो पिछले साल की इसी अवधि से 55,456 यूनिट ज्यादा है। बीते साल जून में कंपनी ने मोटरसाइकिल की 2,55,122 यूनिट बेची थी।
  • वहीं, कमर्शियल व्हीकल की बिक्री 55 प्रतिशत की ग्रोथ के साथ 35,558 यूनिट की रही, जो पिछले साल इसी महीने में 22,975 यूनिट थी। जून में निर्यात 45 प्रतिशत बढ़कर 1,84,300 यूनिट हो गया, जो पिछले साल इसी महीने में 1,26,908 यूनिट था।

एस्कॉर्ट्स ट्रैक्टर की 1682 यूनिट ज्यादा बिकी

  • जून में एस्कॉर्ट्स ट्रैक्टर ने कुल 12,533 यूनिट की बिक्री की। बीते साल इसी महीने में कंपनी ने 10,851 ट्रैक्टर बेचे थे। यानी उसने 1682 यूनिट ज्यादा बेची। एस्कॉर्ट्स ने बीएसई फाइलिंग में कहा कि घरेलू ट्रैक्टर की बिक्री पिछले साल जून में 10,623 यूनिट के मुकाबले 11,956 यूनिट रही।
  • एस्कॉर्ट्स एग्री मशीनरी का एक्सपोर्ट्स पिछले साल जून में बेची गई 228 ट्रैक्टर यूनिट से बढ़कर 577 यूनिट हो गया। कंपनी ने कहा कि आने वाले महीनों में कमर्शियल एक्टिविटी में और तेजी आने की उम्मीद है।

MG मोटर्स की सेल्स 3 गुना बढ़ी

  • जून में MG मोटर्स को ग्राहकों का अच्छा रिस्पॉन्स मिला, जिसके चलते इसकी सेल्स 3 गुना से भी ज्यादा बढ़ गई। कंपनी ने 3,558 यूनिट की बिक्री की। जबकि पिछले महीने उसने 1,016 यूनिट बेची थीं।
  • एमजी मोटर इंडिया के डायरेक्टर (सेल्स), राकेश सिदाना ने कहा, “हमने जून में सकारात्मक उपभोक्ता भावना के शुरुआती संकेत देखे, जो महामारी के कारण रुकी हुई थी। भले ही कुछ बाजारों में अभी भी लॉकडाउन चल रहा है, लेकिन त्योहारी सीजन के दौरान मांग बढ़ने की उम्मीद है। संभावित तीसरी लहर के खतरे के अलावा, सेमीकंडक्टर चिप्स की वैश्विक कमी के कारण जुलाई-अगस्त में कंपनी का उत्पादन स्तर प्रभावित रहेगा।”

कार की बिक्री बढ़ने के 3 मुख्य कारण

1. मैन्युफैक्चरिंग प्लांट खुले

कोविड-19 महामारी की वजह से इस साल लगातार कार कंपनियों के मैन्युफैक्चरिंग प्लांट बंद हो रहे थे। कई कंपनियों ने अपने प्लांट को बंद करके वहां बनने वाली ऑक्सीजन की सप्लाई अस्पतालों में की थी। हालांकि, मई के आखिर और जून के शुरुआती सप्ताह में स्थिति सामान्य होने लगीं। जिसके बाद प्लांट को प्लानिंग के साथ खोला गया।

2. सप्लाई चेन शुरू हुई

मई महीने में कार की बिक्री घटने का बड़ा कारण सप्लाई चेन का टूटना भी था। प्रोडक्शन में इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल के साथ इसको सप्लाई करने वाली चेन टूट गई थी। हालांकि, जून में सप्लाई चेन ठीक होने से कार की डिमांड भी बढ़ गई।

3. लॉकडाउन चरणबद्ध तरीके से खुला

कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए अप्रैल से ही कई राज्यों ने लॉकडाउन लगा दिया था। हालांकि, वैक्सीनेशन में तेजी के चलते कोविड मामलों में कमी आई। जिसके चलते जून में लॉकडाउन को चरणबद्ध तरीके से खोला गया। ऐसे में कारों की डिमांड में तेजी आई।

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