मानसून ठहरा, गर्मी बढ़ी:लू से पारा हाई, बिजली खपत रिकॉर्ड 25.76 करोड़ यूनिट हुई, शहरों में 7, गांवों में 12 घंटे के कट, लोग गर्मी से बेहाल

मानसून के ठहर जाने से पारा हाई हो गया है। तापमान सामान्य से 6 डिग्री ऊपर पहुंच गया है। शुक्रवार को दिन का पारा भिवानी-गुड़गांव में 42.8, हिसार में 42.1 डिग्री रहा। नारनौल में रात का पारा 32.0 डिग्री रहा। गुरुवार रात बिजली की खपत अब तक के रिकॉर्ड 25.76 करोड़ यूनिट पर पहुंच गई। रात 12:45 बजे बिजली की डिमांड 11,732 मेगावाट रही। पिछले साल के मुकाबले यह 12.28% अधिक रही।
प्रदेश में बिजली की उपलब्धता करीब 11,700 मेगावाट है। डिमांड व खपत ज्यादा होने से शहरों-गांवाें में बिजली के लंबे कट लग रहे हैं। गुरुवार रात पानीपत में 7 घंटे का कट लगा। जगमग योजना में शामिल गांवों में 4 से 12 घंटे बिजली कटौती हो रही है। बिजली मंत्री ने कहा कि कोई कटौती नहीं है। विभाग के अधिकारी-कर्मचारी प्रशंसा के पात्र हैं।
कटों के 5 बड़े कारण
1 मानसून की बारिश न होने से खेतों की सिंचाई व पेयजल के लिए ट्यूबवेल ज्यादा चलाने पड़ रहे हैं।
2 उमसभरी गर्मी बढ़ने के कारण एसी- कूलर, फ्रीज ज्यादा चलाने पड़ रहे हैं। इससे लोड बढ़ गया है।
3 ओवरलोड़ से बिजली की तारें और ट्रांसफार्मर जल रहे हैं। पावर हाउस में पैनल जल जाते हैं। ये समय पर ठीक नहीं किए जा रहे।
4 कुछ जगह इंफ्रास्ट्रक्चर ज्यादा पुराना हो चुका है। इससे लोड बढ़ते ही फाल्ट हो जाते हैं। सोनीपत में एक दिन में 1500 फाल्ट हुए हैं।
5 मैनपावर की कमी है। कई जगह ठेके पर अनट्रेंड कर्मचारी रखे हैं। छोटे-छोटे फाल्ट ठीक करने में 2-3 दिन लग रहे हैं। लोग परेशान हो रहे हैं।
जगमग योजना के गांवों में भी 4 से 12 घंटे तक कट
पानीपत: गुरुवार रात लगातार 7 घंटे आधे शहर की बिजली बंद रही। शुक्रवार को हर 10 मिनट में कट लगे। गांवों में 6 घंटे कट। अम्बाला: शहर में 6 घंटे तक बिजली कट लग रहे हैं। जगमग योजना वाले गांवों में 5 घंटे तक बिजली कटौती हो रही है। कुरुक्षेत्र: शहर में शुक्रवार दोपहर 1 से 4 बजे तक कट रहा। गांवों में 4 घंटे कट। कैथल: शहर में 5-6 और गांवों में दिनभर में 8 से 10 घंटे बिजली कटौती। करनाल: शहर के साथ गांवों में भी 4 से 5 घंटे के बिजली कट लग रहे हैं। सोनीपत: जगमग योजना में शामिल गांवों में 10 से 12 घंटे बिजली जा रही है। शहर में 4 घंटे तक कट लग रहे हैं। रेवाड़ी: जगमग योजना के गांवों में 6 घंटे तक बिजली कट लग रहे हैं। चरखी दादरी: शहर व गांवों में 4-5 घंटे कट लगते हैं।
इंफ्रास्ट्रक्चर 10 से 40 साल तक पुराना हुआ
बिजली का इंफ्रास्ट्रक्चर करनाल-सिरसा में 15, रेवाड़ी-चरखी दादरी में 40, अम्बाला में 25, सोनीपत-पानीपत में 20 व जींद में 10 साल पुराना हो चुका है।
शेड्यूल बिगड़ा तो गिरेगी अधिकारियों पर गाज
बिजली विभाग ने फील्ड अधिकारियों के लिए एडवाइजरी जारी की है। यदि बिजली का शेड्यूल बिगड़ा तो संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी।
मानसूनी बारिश माइनस में आई
प्रदेश में मानसून की बारिश माइनस में आ गई है। 1 जून से 2 जुलाई तक 49.5 मिमी. बारिश हुई, जो सामान्य से 7% कम है। जुलाई में अब तक बारिश नहीं हुई है। जबकि पहले 2 दिन में सामान्यत: 5.5 मिमी. बरसात होती है।
5-6 दिन माॅनसून सक्रिय नहीं होगा
प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में 4 जुलाई तक बीच-बीच में बादल छाएंगे। कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है। इससे तापमान में गिरावट आ सकती है। अभी 5-6 दिन माॅनसून पूरी तरह सक्रिय नहीं होगा।