टीकाकरण के मामले में भोपाल के कॉलेज विद्यार्थी पीछे, बालाघाट के युवा सर्वाधिक सजग

भोपाल। इन दिनों देश के साथ-साथ प्रदेश में भी टीकाकरण अभियान चल रहा है। लोग बड़ी संख्या में टीकाकरण केंद्रों पर पहुंच रहे हैं। लेकिन आपको यह जानकर हैरत हो सकती है कि कॉलेज के विद्यार्थी टीकाकरण कराने में पीछे हैं। उच्च शिक्षा विभाग में 18 जून से चल रहा कोरोना मुक्ति अभियान ज्यादा सफल होता नहीं दिखाई दे रहा है। प्रदेश के 52 जिलों में एक भी जिला ऐसा नहीं है, जिसने पांच हजार विद्यार्थियों के टीकाकरण का आंकड़ा छुआ हो। पूरे प्रदेश में सबसे ज्यादा बालाघाट में 3359 कॉलेज विद्यार्थियों ने टीका लगवाया है। राजधानी भोपाल कोरोना मुक्ति अभियान में फिसड्डी साबित हो रहा है। यहां के विद्यार्थियों के टीकाकरण का आंकड़ा लक्ष्य तो दूर संतोषजनक स्तर तक भी नहीं पहुंचा है। इस पर उच्च शिक्षा विभाग के अपर आयुक्त ने नाराजगी जाहिर की और सभी प्राचार्यों को आज शाम तीन बजे होने जा रही समीक्षा बैठक में तलब किया है। समीक्षा बैठक में सभी को वर्तमान आंकड़ों के साथ प्रस्तुत होने के लिए कहा गया है।
उच्च शिक्षा विभाग ने अभियान के तहत कोरोना अनुकूल व्यवहार एवं टीकाकरण के संबंध में सभी कॉलेजों को विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए थे। इसमें 50 विद्यार्थियों के समूह में प्रतिदिन महाविद्यालय में दो सेशन आयोजित होने थे। जिसमें विवि और कॉलेजों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों ने टीका लगवाया है कि नहीं, इसकी जानकारी अब प्रोफेसरों को पता करनी है। लेकिन 12 दिन से चल रहा यह अभियान कॉलेजों में फिसड्डी साबित हो रहा है।