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पहले अंडर-19 कैंप, अब सीनियर टीम कैंप में पहुंची भारती:स्कूल में बेटियों के लिए क्रिकेट खेलने की सुविधा नहीं थी तो लड़कों के साथ प्रैक्टिस कर भारती ने उनके विकेट लिए

इंडिया-19 एनसीए कैंप में शामिल हाे चुकी जेरठी की 21 वर्षीया भारती चाैधरी का अब महिला सीनियर टीम कैंप के लिए चयन हुआ है। मध्यप्रदेश की टीम से बीसीसीआई के सभी फाॅर्मेट में खेल चुकी भारती के संघर्ष की कहानी प्रेरणादायी है। भारती बताती हैं कि कई साल पहले उनके पिता रामकरणसिंह काम के सिलसिले में जेरठी से मध्यप्रदेश चले गए थे। वहां सीमेंट फैक्ट्री में काम किया।

उस वक्त मेरी उम्र करीब नौ साल थी। टीवी पर खिलाड़ियों को देखकर क्रिकेट में रूचि लगी। उस वक्त मन में आया कि एक दिन इन्हीं खिलाड़ियों की तरह बनकर टीवी पर आना है। चुनौती यह थी कि स्कूलों में उन दिनों बेटियों के लिए क्रिकेट खेलने का चलन नहीं था। इसलिए छठी कक्षा में लड़कों के साथ अभ्यास करने लगी।

इसी बीच एक दिन कोच ने लड़कों के साथ अभ्यास और विकेट लेते देखा तो अलग से तैयारी कराने लगे। बस यही मेरा टर्निंग पाइंट रहा और फास्ट बॉलर बन गई। इसके बाद मध्यप्रदेश में बीसीसीआई की अंडर-19, अंडर-23 और सीनियर रणजी टीम तक खेली। सेंट्रल इंटर जाेनल में राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियाें के विकेट लिए। एनसीए कैंप तक पहुंची, लेकिन फाइनल सलेक्शन में रह गई।

सफलता : पांच बार ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी मैच में रह चुकी प्लेयर ऑफ द मैच

भारती ने बताया कि वह सीनियर रणजी ट्राॅफी में एक ओवर में तीन विकेट ले चुकी है ।ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी के मैचाें वह पांच से छह बार प्लेयर ऑफ द मैच रह चुकी हैं। भारती ने 2017-18 मे एमपी की अडंर-19 टीम में बेहतर प्रदर्शन किया, जिसकी वजह से इंडिया-19 (एनसीए) कैंप में चयन हुआ। 2018-19 अंडर-23 व 2019-20 में सीनियर टीम में खेल चुकी है। भारती का लक्ष्य भारतीय टीम में शामिल होना है। इसके लिए वे लगातार अच्छा प्रदर्शन का लक्ष्य बना चुकी हैं।

तैयारी : पिछले दो साल से सीकर में किया अभ्यास

भारती 2 साल से सीकर में राजस्थान टीम के खिलाड़ी संदीप सैनी के साथ क्रिकेट की तैयारी कर रही हैं। संदीप सैनी का दावा है कि भारती जिले की पहली महिला खिलाड़ी हैं, जो इंडिया-19 एनसीए कैंप तक पहुंची हैं। बैचलर की डिग्री के साथ भारती पीटीआई की ट्रेनिंग भी पूरी कर चुकी हैं। भारती का कहना है कि वह जरूरतमंद बेटियों को क्रिकेट की बारीकियां सिखाकर उनकाे भी खेल में आगे बढ़ाना चाहती हैं।

लक्ष्य : देश की सीनियर टीम में खेलना चाहती हैं
भारती चार भाई-बहनाें में तीसरे नंबर की है। वे बताती हैं कि शुरुआत में परिवार के लाेग क्रिकेट खेलने से टाेकते थे, लेकिन अब पिता रामकरण सिंह और मां पार्वती देवी अपनी इस बेटी पर नाज कर उसकाे क्रिकेट में ही आगे बढ़ाने में सहयाेग कर रहे हैं। जेरठी निवासी भारती का चयन अभी हाल ही में क्रिकेट की सीनियर टीम कैंप इंदाैर के लिए हुआ है, जिसमें शामिल हाेने के लिए भारती रविवार काे ही इंदाैर पहुंची हैं।

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