हरदा ने अपने अंदाज में नए सीएम धामी को दी सलाह, बोल- युवा परेशान हैं, नौजवान सीएम रोजगार उपलब्ध कराएं
हल्द्वानी : पूर्व सीएम हरीश रावत ने नवनियुक्त सीएम पुष्कर सिंह धामी को बधाई देने के साथ सलाह भी दे डाली। बोले कि उनके और उनकी पार्टी के पास यह अंतिम अवसर है। मुझे नहीं लगता कि पूर्व दो मुख्यमंत्री 2017 में जारी घोषणापत्र को खोल पाए। अगर धामी इसे खोलते हैं तो उन्हें एक अच्छा विद्यार्थी माना जाएगा। रावत के मुताबिक मेरा किसी भी भाजपाई के साथ कोई सॉफ्ट कार्नर नहीं रहता है लेकिन नौजवान के साथ जरूर है। अब एक नौजवान को मौका मिला है तो मैं चाहता हूं कि थोड़ा सा ही सही कुछ तो चमक दिखाएं। वरना उत्तराखंड के नौजवानों को घोर निराशा होगी।
पूर्व सीएम हरीश रावत ने फेसबुक पोस्ट के जरिये कहा कि बेरोजगारी दर 23.30 प्रतिशत पहुंचने के साथ कुंभ में कोरोना टेस्टिंग का एक सर्वनाम घोटाला हो गया। विकाय कार्य ठप हैं और अपराध बढ़ गए। इसलिए नवागंतुक सीएम के सामने बहुत चुनौतियां है। वहीं, एक और सलाह देते हुए कहा कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने एक झूठ परोसा था कि सात लाख को नौकरियां दी हैं। जबकि यह संख्या दर्जनों तक सीमित है। बस नए सीएम नौजवानों के सामने अध्यक्ष की बताई संख्या न परोसे
खुद के कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि तब 32 हजार लोग राजकीय सेवाओं में कार्यरत हुए। भाजपा राज में संख्या 320 भी नहीं पहुंची। इसलिए राज्य के नौजवान छटपटा रहे हैं। कहीं परीक्षा नहीं हुई तो कभी रिजल्ट रोके तो कुछ जगहों पर पोस्ट ही कम कर दी। हरदा ने कहा कि सीएम तो सीएम होता है। भले कितने समय का हो। यदि निर्णय लेने की शक्ति है तो लिए जाएंगे। सीएम बनने के पहले दिन ही मैंने एक दर्जन जन कल्याणकारी निर्णय लेकर उन्हें लागू करवाया था। भाजपा अगर मेरा रिकॉर्ड खंगाले तो उसे बहुत उदाहरण मिलेंगे।