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औसत की 8 प्रतिशत भीलवाड़ा में हुई है:भीलवाडा को मानसून का इंतजार.

भीलवाडा. मानसून के सत्र शुरू हो चुका है। देश के कई हिस्सों में मानसून ने अपनी दस्तक भी दे दी है। भीलवाड़ा में भी मानसून की हल्की-फुल्की दस्तक हुई थी। लेकिन इसके बाद मानसून ने भीलवाड़ा से मुंह मोड़ दिया। मानसून सत्र के 20 दिन बिताने को हैं। लेकिन अभी तक भीलवाड़ा मानसून की अच्छी बारिश से मेहरूम है। अभी भी भीलवाड़ा के किसानों को मानसून की अच्छी बारिश का इंतजार है। ताकि झमाझम बारिश के बाद में किसान खेतों में बीजों की बुवाई कर सकें। प्रतिदिन हवाओं की गति को देख किसान आकाश की तरफ काले बादलों के इंतजार की टकटकी लगाए बैठे हैं। लेकिन इन 20 दिनों में मानसून की मात्र 8.11 प्रतिशत बारिश थी भीलवाड़ा में हुई है।

भीलवाड़ा में मानसून की बारिश पर नजर रखने के लिए स्थापित किए गए कंट्रोल रूम से मिले आंकड़ों की बात करें तो भीलवाड़ा में औसत बारिश 649 एमएम मानी जाती है। वर्ष 2019 के आंकड़ों की बात करें तो वह भीलवाड़ा में मानसून सत्र में सबसे ज्यादा बारिश वर्ष 2019 में हुई थी। भीलवाड़ा में पहली बार 995. 81 एमएम बारिश वर्ष 2019 में दर्ज की गई थी। वहीं वर्ष 2020 में भीलवाड़ा में 562 एमएम बारिश दर्ज की गई थी। अगर जून 2019 की बात करें तो भीलवाड़ा में मानसून के उन 20 दिनों में 70. 30 एमएम बारिश हो गई थी। इस बारिश के दौरान किसानों ने समय पर अपने खेतों में बुवाई कर दी थी। जिससे कि किसानों को अच्छा फायदा भी हुआ था।

प्री मानसून भी नहीं रहा खास

भीलवाड़ा में कृषि विशेषज्ञों की माने तो प्री मानसून ने भी भीलवाड़ा में कोई खास असर नहीं दिखाया। ज्यादातर प्री मानसून की बारिश के बाद किसान अपने खेतों में बुवाई का कार्य शुरू कर देते हैं। लेकिन इस बार प्री मानसून की बारिश इतनी नहीं थी कि किसान अपने खेतों में बीजों की बुवाई करें। अगर किसान रिस्क के तौर पर बीजों की बुवाई करते तो उन्हें नुकसान भी उठाना पड़ता। हालांकि जिले के कई हिस्सों में प्री मानसून की बारिश के बाद किसानों ने अपने खेतों में मक्का, उड़द व मूंग सहित कई बीजों की बुवाई की है। लेकिन पिछले 10 दिनों में बारिश नहीं आने के कारण अब उनके नवअंकुरित जलने की कगार पर हैं।

20 दिन बीत गए हर मानसून के

– जल संसाधन विभाग की ओर से 15 जून से 30 सितंबर तक मानसून सत्र माना जाता है। इसके तहत इसकी निगरानी रखने के लिए कंट्रोल रूम स्थापित किया जाता है। 5 जुलाई तक भीलवाड़ा में औसत बारिश की 8.11 प्रतिशत बारिश हुई है। भीलवाड़ा में सबसे ज्यादा वर्ष 2019 में 995.81 प्रतिशत बारिश हुई है। फिलहाल भीलवाड़ा के किसी भी क्षेत्र में अच्छी बारिश नहीं हुई है।

– प्रमोद वागरानी

बाढ़ नियंत्रण अधिकारी

जल संसाधन विभाग

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