उत्तराखंड : कुछ वरिष्ठ विधायकों की नाराजगी दूर, मगर टीस अभी बरकरार
देहरादून। सरकार में नेतृत्व परिवर्तन के फैसले के बाद युवा विधायक पुष्कर सिंह धामी को भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने से नाराज कुछ वरिष्ठ विधायकों को मनाने में पार्टी भले ही कामयाब हो गई हो, लेकिन विधायकों में टीस अभी भी बरकरार है। हालांकि, धामी सरकार में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने सोमवार को कहा कि नाराजगी वाली कोई बात नहीं है। हर किसी को अपनी बात रखनी चाहिए और हमने भी पार्टी में बात रखी। कैबिनेट मंत्री डा हरक सिंह रावत ने भी कहा कि पार्टी का निर्णय सभी को स्वीकार्य है।
शनिवार को भाजपा विधायक दल की केंद्रीय पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में हुई बैठक में खटीमा विधायक पुष्कर सिंह धामी को सर्वसम्मति से नया नेता चुना गया था। इस फैसले से पिछली तीरथ सरकार में मंत्री रहे कुछ वरिष्ठ विधायक नाराज हो गए थे। इसके बाद डैमेज कंट्रोल के लिए दून से लेकर दिल्ली तक कसरत हुई। नाराज बताए जा रहे सतपाल महाराज, डा हरक सिंह रावत व बिशन सिंह चुफाल से पार्टी के केंद्रीय नेताओं की बात कराई गई। 24 घंटे तक चली मशक्कत और मान-मनुहार के बाद रविवार को शपथ ग्रहण से डेढ़ घंटे पहले पार्टी सभी को मैनेज करने में सफल हो गई।
हालांकि, वरिष्ठ विधायकों की नाराजगी दूर करने में भाजपा नेतृत्व कामयाब हो गया हो, मगर टीस अभी भी झलक रही है। मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में शामिल रहे कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने सोमवार को कहा कि यदि कहीं कुछ शंका हो तो उसका समाधान होना चाहिए। अपनी बात तो कहनी ही चाहिए। हमने भी पार्टी फोरम में अपनी बात रखी। पार्टी का जैसा आदेश हुआ, उसी के अनुरूप कदम उठाया।
वहीं, कैबिनेट मंत्री डा हरक सिंह रावत ने कहा कि कोई नाराजगी नहीं है। समय कम है और जनता की अपेक्षाएं अधिक। लिहाजा, तेजी से काम करेंगे। पार्टी का निर्णय सभी को स्वीकार्य है। कैबिनेट मंत्री चुफाल ने भी कहा कि कहीं कोई नाराजगी नहीं है।
धामी व हरक ने साथ किया डिनर
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को कैबिनेट मंत्री डा हरक सिंह रावत को रात्रि भोज पर आमंत्रित किया। बीजापुर सेफ हाउस में दोनों ने साथ में भोजन किया। इस दौरान उनके बीच विभिन्न विषयों पर भी चर्चा हुई। मुख्यमंत्री धामी की इस डिनर डिप्लोमेसी को मंत्री हरक सिंह रावत की नाराजगी दूर करने से भी जोड़कर देखा जा रहा है।