मोदी ने देश में ऑक्सीजन के मसले पर हाई-लेवल मीटिंग की। इसमें उन्होंने देश में ऑक्सीजन का प्रोडक्शन बढ़ाने और उसकी सप्लाई का रिव्यू किया। मोदी ने कहा कि देश में 1500 से अधिक PSA ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं। इन ऑक्सीजन प्लांट्स के जरिए 4 लाख से अधिक ऑक्सीजन बेड को सपोर्ट मिलेगा।

उन्होंने कहा कि प्लांट जल्द से जल्द काम करने लगें, इसके लिए जरूरी इंतजाम किए जाएं। इस दौरान मेडिकल ऑक्सीजन का प्रोडक्शन और स्टॉक बढ़ाने के लिए जरूरी कदम पर भी चर्चा हुई।

दरअसल, कोरोना की दूसरी लहर के दौरान देश को ऑक्सीजन की किल्लत से जूझना पड़ा था। समय पर ऑक्सीजन न मिल पाने की वजह से कई मरीजों की जानें गई थीं। इसके बाद से ही सरकार ने ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़ाने के प्रयास तेज कर दिए थे।

तीसरी लहर की आशंका के बीच मीटिंग
PM मोदी की यह हाईलेवल मीटिंग देश में तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच हुई। कई रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि अगस्त-सितंबर में कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है। ऐसे में सरकार देश में दवाओं और ऑक्सीजन जैसे जरूरी संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने में जुट गई है।

महाराष्ट्र और केरल में कोरोना पर चिंता जताई
इससे पहले केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में गुरुवार को प्रधानमंत्री मोदी ने महाराष्ट्र और केरल में कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी पर चिंता जताई थी। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से हम तस्वीरों और वीडियो में देख रहे हैं कि सभी लोग भीड़-भाड़ वाली जगहों पर बिना मास्क और बिना सामाजिक दूरी बनाए घूम रहे हैं। यह अच्छा नजारा नहीं है और इससे हममें डर की भावना पैदा होनी चाहिए।

पीएम मोदी ने कहा कि ऐसे समय में लापरवाही के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए। एक गलती के दूरगामी प्रभाव होंगे और कोरोना पर काबू पाने की लड़ाई कमजोर होगी। सभी को यह याद रखना चाहिए कि कोरोना का खतरा टला नहीं है। कई अन्य देशों में संक्रमण में वृद्धि देखी जा रही है। वायरस भी म्यूटेट कर रहा है।