इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ाने को प्राथमिकता:दो साल में 5 हजार आबादी वाले गांव-कस्बों में खुलेंगे 1200 महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल, जरूरत शहरी क्षेत्र में भी

बदलते दौर में बच्चों के पढ़ने पढ़ाने के तरीके में भी बदलाव आया है। वर्तमान दौर में अंग्रेजी के बढ़ते चलन को लेकर अभिभावक अपने बच्चों को इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ाने को प्राथमिकता दे रहे हैं। शहर के प्राइवेट इंग्लिश मीडियम स्कूलों में तो हर साल अभिभावकों की कतार लगती ही है। लेकिन पिछले दो साल से यह कतार शहर के एकमात्र अंग्रेजी मीडियम स्कूल महात्मा गांधी में लग रही है।
कमोबेश यही स्थिति इस बार भी है। महात्मा गांधी गवर्नमेंट अंग्रेजी मीडियम स्कूल में इस बार एक सीट के लिए औसत 20 स्टूडेंट्स ने दाखिले के लिए आवेदन किया है। हालांकि आवेदन में अभी 5 दिन का समय शेष है। 15 जुलाई तक आवेदन किए जा सकेंगे। ऐसे में इस संख्या का और बढना तय हैं।
7 से 8 किलोमीटर दूर रहने वाले अभिभावक भी अपने बच्चों का दाखिला महात्मा गांधी अंग्रेजी मीडियम स्कूल में कराने के लिए तैयार है। मुरलीधर कॉलोनी स्थित इस स्कूल में दाखिले के लिए ना केवल शहरी क्षेत्र बल्कि रामपुरा, मुक्ता प्रसाद, सुभाषपुरा, पवनपुरी, गंगा शहर आदि क्षेत्रों से भी अभिभावक पहुंच रहे हैं। राज्य सरकार ने आगामी दो साल में पांच हजार आबादी वाले गांव-कस्बों में 1200 महात्मा गांधी अंग्रेजी मीडियम स्कूल खोलने की घोषणा की है। वहीं शहरी क्षेत्र में भी गवर्नमेंट अंग्रेजी मीडियम स्कूलों की डिमांड बढ़ रही है। मुरलीधर के महात्मा गांधी स्कूल में स्टूडेंट के दाखिले के लिए लॉटरी निकाली जाएगी। हालांकि कई क्लासों में तो सीट भी खाली नहीं है।
चार दिन चलेगी लॉटरी की प्रक्रिया
पहली कक्षा में प्रवेश के लिए लॉटरी 20 जुलाई को निकाली जाएगी। कक्षा दो से पांचवीं में प्रवेश के लिए लॉटरी 21 जुलाई, कक्षा 6 के लिए 22 जुलाई और कक्षा 7 व 8 के लिए लॉटरी 23 जुलाई को निकलेगी।
5 कक्षाओं में 66 सीट खाली, तीसरी, 5वीं, 7वीं में सीट खाली नहीं, 1154 आवेदन आए
महात्मा गांधी अंग्रेजी मीडियम स्कूलों में पांच कक्षाओं में 66 सीटें रिक्त है। प्रवेश के लिए 1156 आवेदन आए हैं। पहली कक्षा की सभी 60 सीटों पर नए प्रवेश होंगे। जबकि दूसरी कक्षा से आठवीं कक्षा में रिक्त सीटों पर ही छात्र-छात्राओं को प्रवेश हो पाएगा। तीसरी 5वी और 7वीं क्लास में वर्तमान में कोई भी सीट रिक्त नहीं है। सबसे अधिक आवेदन पहली कक्षा के लिए आए हैं। यहां 60 सीटों पर 467 आवेदन अब तक आ चुके हैं।

एडमिशन के लिए आवेदन की प्रक्रिया चल रही है। 15 जुलाई तक आवेदन लिए जाएंगे। अब तक 1154 आवेदन आ चुके हैं। लॉटरी के दिन ही स्टूडेंट्स की प्रवेशित और वेटिंग सूची जारी कर दी जाएगी।
फातिमा अमीन, प्रिंसिपल, महात्मा गांधी अंग्रेजी मीडियम स्कूल
एक्सपर्ट : बढ़ रही है इंग्लिश मीडियम की डिमांड
निश्चित तौर पर गवर्नमेंट अंग्रेजी मीडियम स्कूलों की डिमांड बढ़ रही है। शहरी क्षेत्र में कई ऐसे सरकारी स्कूल है जिनमें बिल्डिंग और इंफ्रा स्ट्रक्चर मौजूद है। वहां स्टूडेंट्स की संख्या भी कम है। ऐसे स्कूलों को अंग्रेजी मीडियम में परिवर्तित किया जा सकता है। राज्य सरकार को इस ओर सोचना चाहिए।
-डॉ.विजय शंकर आचार्य, पूर्व संयुक्त निदेशक, माध्यमिक शिक्षा
एक तरफ प्रदेश के सरकारी स्कूलों में नामांकन के लिए प्रवेशोत्सव जैसे अभियान चलाने पड़ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर महात्मा गांधी अंग्रेजी स्कूल में अपने बच्चों को जैसे-तैसे एडमिशन दिलाने के लिए पैरेंट्स दौड़भाग कर रहे हैं। पब्लिक की मांग के आधार पर परीक्षण कर नए अंग्रेजी माध्यम स्कूल शुरू किए जाने चाहिए।
-ओमप्रकाश सारस्वत, पूर्व संयुक्त निदेशक
अभिभावक: इंग्लिश स्कूलों में सेक्शन बढ़ाए जाएं
मुरलीधर स्थित गवर्नमेंट अंग्रेजी मीडियम स्कूल की 7वीं कक्षा में बच्चे के दाखिले के लिए आवेदन किया है। पिछली बार भी आवेदन किया था लेकिन सीटें निर्धारित होने के कारण प्रवेश नहीं हो पाया।
प्रेम प्रकाश व्यास, अभिभावक
तीसरी क्लास में बच्चे के प्रवेश के लिए आवेदन किया है। यदि एडमिशन नहीं हुआ तो मजबूरी में प्राइवेट स्कूल में दाखिला दिलवा ना पड़ेगा। यदि सीट कम है तो शिक्षा विभाग को सेक्शन में बढ़ोतरी करने पर विचार करना चाहिए।
-निर्मल हर्ष, अभिभावक