2023 की तैयारी:प्रकोष्ठ और विभागों के विस्तार में कर्नाटक माॅडल लागू करेगी भाजपा, दिल्ली ने सराहा, प्रदेश भाजपा ने आलाकमान से मांगी अनुमति

प्रदेश बीजेपी प्रकोष्ठ और विभागों के विस्तार में कर्नाटक मॉडल अपनाएगी। प्रदेश में 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जल्द ही इनका गठन संभव है। उधर गुजरात मॉडल के आधार पर मंडल और बूथ इकाई तक कार्यकारिणी के जरिए कार्यकर्ताओं की बड़ी फौज तैयार करने की पार्टी ने तैयारी की है।
18 की जगह 20 प्रकोष्ठ संभव, मांगी गई है स्वीकृति
राजस्थान भाजपा ने अभी तक प्रकोष्ठ-प्रकल्प और विभागों का गठन नहीं किया है। पार्टी के हिसाब से 18 प्रकोष्ठ हैं, मगर प्रदेश नेतृत्व ने आलाकमान से 20 प्रकोष्ठ के गठन की स्वीकृति मांगी है। वहीं 28 विभागों में भी नियुक्तियों का दौर जल्द शुरू होगा। इनके गठन को लेकर तैयारियां की जा रही हैं और बहुत हद तक काम पूरा हो चुका है।
प्रदेश स्तर पर प्रकल्प में 9 सदस्य बनाए जाएंगे, जबकि जिला स्तर पर सदस्यों की संख्या 7 और मंडल स्तर पर इन प्रकल्प और प्रकोष्ठों में सदस्यों की संख्या 5 होगी। वहीं विभागों में एक संयोजक, एक सह संयोजक के साथ कुछ सदस्य भी बनाए जाएंगे, जिनकी नियुक्ति होगी।
इसलिए अपनाया : भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने पिछले दिनों दिल्ली प्रवास के दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और संगठन महामंत्री बीएल संतोष से मुलाकात प्रदेश के कामकाज का ब्यौरा रखा था। वहीं अन्य राज्यों ने भी अपने कार्यों का ब्यौरा रखा था। वहां बैठक में प्रकल्प और विभागों के गठन और उनके कामकाज के आधार पर कर्नाटक मॉडल की सराहना की गई। वहीं मंडल और बूथ इकाई का बड़ी संख्या में विस्तार करके कार्यकर्ताओं की लंबी चौड़ी फौज इकट्ठा करने के लिए गुजरात मॉडल को सराहा गया था।
बीजेपी काे मजबूत करने के लिए पूनियां का नागौर दौरा
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां रविवार काे अजमेर और नागाैर दाैरे पर रहे। सांसद हनुमान बेनीवाल के गढ़ नागाैर के खींवसर में पूनियां का दाैरा सबसे अधिक चर्चा में है। हनुमान बेनीवाल की पार्टी केंद्र से गठबंधन ताेड़ चुकी है। ऐसे में संगठन काे मजबूत बनाने के उद्देश्य से पार्टी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां के दाैरे काे सियासी नजरिए से देखा जा रहा है। वहां पर उन्हाेंने कार्यकर्ताओं संग बैठक भी की। पूनियां ने वीर तेजाजी की पूजा अर्चना करके जाटाें की राजनीति का गढ़ माने जाने वाले नागाैर काे यह संदेश दिया है कि पार्टी के प्रति विश्वास काे मजबूत बनाएं।