Wed. Apr 30th, 2025

बाबूलाल नागर बोले- 150 सीटें आती, जमानत जब्त होने वालों को टिकट देकर 99 पर ला देने वाले नेता माफी मांगें, 90% MLA गहलोत के साथ इसलिए वे CM

कांग्रेस में एक बार फिर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट खेमों के बीच जुबानी जंग शुरू होने के आसार बन गए हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थक पूर्व मंत्री और दूदू से निर्दलीय विधायक बाबूलाल नागर ने अब सचिन पायलट खेमे पर निशाना साधा है। बाबूलाल नागर ने कहा- बीजेपी सरकार के खिलाफ जैसा माहौल था उसमें कांग्रेस की 150 सीटें आ रही थीं,आज जो लोग मेहनत करके सरकार बनाने के दावे कर रहे हैं वे बताएं कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की 150 सीटें आनी थीं, वह 99 पर ही क्यों सिमट गई? जीतने वाले लोगों के टिकट काटकर जमानत जब्त होने वाले लोगों को टिकट किसने दिए, किसी को आगे लाने की होड़ में कांग्रेस का नाश कर दिया। ऐसे नेताओं को हाईकमान से माफी मांगनी चाहिए जिन्होंने कांग्रेस को 150 की जगह 99 पर लाकर छोड़ दिया।

नागर ने नाम लिए बिना सचिन पायलट पर निशाना साधते हुए कहा, राजस्थान के विधायक गहलोत को पसंद करते हैं। 13 निर्दलीय लड़े हैं उनमें से 10 से 11 लोग वे हैं जो कांग्रेस के मंत्री विधायक रहे, जो निर्दलीय जीतने के बाद भी कांग्रेस को अपनी मां कहते हैं उनके भी टिकट काट दिए।

80 से 90 फीसदी विधायक गहलोत के साथ
नागर ने कहा- मेरा तीन बार का अनुभव है, जब-जब मुख्यमंत्री का निर्णय करने की बारी आती है तेा हाईकमान पर्यवेक्षक भेजता है और विधायक दल की बैठक करके एक एक विधायक का पक्ष जानते हैं। हर विधायक की राय के बारे में हाईकमान को अवगत कराते हैं। 80 से 90 फीसदी विधायक अशोक गहलोत के साथ हैं, 2018 में भी यही हुआ था। विधायकों का बहुमत अशोक गहलोत के साथ है, इसीलिए हाईकमान ने उन्हें सीएम बनाया है। हाईकमान के विश्वास के साथ विधायकों का विश्वास भी गहलोत के साथ है। 2020 से कोरोना का दौर चल रहा है, ऐसे वक्त में जब तीसरी लहर कर आशंका है, हमारा पहला फोकस मंत्रिमंडल पुनर्गठन की जगह कोरोना से लड़ने पर होना चाहिए।
पायलट खुद भी एमपी का चुनाव हारे थे
नागर ने कहा, मैं सचिन पायलटजी का आलोचक नहीं हूं, राजेश पायलट को आदर्श मानता हूं, उनका प्रशंसक हूं। ऐसा ही कोई जादू है तो आपने एमपी का चुनाव लड़ा था तो खुद नहीं जीत पाए थे। इसलिए कोई गलतफहमी पालकर नहीं बैठें, एक नेता के बूते पर नहीं सबको साथ लेकर चलने से और कार्यकर्ताओं की मेहनत से ही सरकार बनती है।

हम जब हाॅफ पेंट पहनकर घूमते थे तब गहलोत कांग्रेस का झंडा उठाए घूमते थे, गहलोत राजस्थान ही नहीं देश की कांग्रेस की धरोहर

पायलट खेमे की मांगों पर तंज कसते हुए नागर ने कहा, कुछ निर्णय कांग्रेस हाईकमान को तत्काल लेने होते हैं, ऊपर से संतुष्ट करने की नीति अपनाई। अशोक गहलोत राजस्थान ही नहीं पूरे देश की कांग्रेस के धरोहर हैं। हम जब हाफ पेंट पहनकर घूमते थे तब अशोक गहलोत कांग्रेस का झंडा लेकर घूमते थे। उन्हें देखकर हम कांग्रेस में आए। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को गहलोत से ज्यादा जानने वाला, परखने वाला और चाहने वाला कोई नेता नहीं है। उनकी तुलना का कोई नेता नहीं है। जैसे बीजेपी में स्वर्गीय भैरोसिंह शेखावत के बराबर कोई नेता नहीं था वैसे ही कांग्रेस में अशोक गहलोत के बराबर कोई नेता नहीं है।

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