मौसम विभाग फिर हुआ फेल:बारिश के लिए तरसे मेवाड़ के बाशिंदे, दूसरे दौर में भी नहीं बरस रहा मानसून; अब मौसम विभाग ने 18 जुलाई तक जताई बारिश की संभावना

लेकसिटी उदयपुर में मानसून की बेरुखी शहरवासियों के लिए परेशानी का कारण बनती जा रही है। मानसून को उदयपुर में दस्तक दिए 3 सप्ताह से ज्यादा का वक्त बीत गया है। लेकिन अब तक मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार उदयपुर में बारिश नहीं हुई है। जिसकी वजह से तेज गर्मी और उमस ने शहरवासियों का जीना मुहाल कर दिया है। वहीं किसानों की भी चिंता बढ़ा दी है। इसके बाद अब मौसम विभाग ने 18 जुलाई तक उदयपुर समेत प्रदेश के अन्य जिलों में मूसलाधार बारिश की संभावना जताई है।
दरअसल, 3 सप्ताह पहले मानसून ने मेवाड़ के रास्ते राजस्थान में प्रवेश कर लिया था। पाकिस्तान से आने वाली गर्म हवाओं की वजह से बारिश का दौर थम गया। इसके बाद मौसम विभाग ने 10 जुलाई से मानसून के दूसरे दौर के सक्रिय होने की भविष्यवाणी की थी। जिसमें मौसम विभाग ने 10 से 12 जुलाई के बीच उदयपुर में भारी बारिश की चेतावनी दी थी। लेकिन इस दौरान उदयपुर में पूर्वानुमान से उलट सिर्फ 6 मिली मीटर ही पानी बरसा। इसके बाद सोमवार को भी मौसम विभाग ने मूसलाधार बारिश की संभावना जताई थी। लेकिन खंड वर्षा से ही उदयपुर के बाशिंदों को संतोष करना पड़ा।
मानसून की बेरुखी की वजह से जहां शहर की झीलों में पानी की आवक नहीं हो रही। वहीं पिछले साल से कम बारिश ने अब जल संसाधन विभाग के अधिकारियों की भी चिंता बढ़ा दी है। जल संसाधन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक उदयपुर में 12 जुलाई तक औसत 149 दशमलव 20 मिलीमीटर बारिश होती है। लेकिन इस बार मानसून के दूसरे दौर के 4 दिन बीत जाने के बाद भी अब तक सिर्फ 95 दशमलव 27 मिलीमीटर बारिश हुई है। जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 141 मिलीमीटर पर पहुंच गया था।
भारतीय मौसम केंद्र के अनुसार राजस्थान में मानसून 18 जुलाई तक एक बार फिर सक्रिय होगा। जिसकी वजह से उदयपुर समेत प्रदेश के कई अन्य जिलों में धूल भरी आंधी के साथ मूसलाधार बारिश गिर सकती है। इसके बाद मौसम विभाग ने राजस्थान के उदयपुर, अलवर, भरतपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, दौसा, जयपुर, झुंझुनू, झालावाड़, कोटा, राजसमंद, और प्रतापगढ़ में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। जबकि जोधपुर, बीकानेर, चूरू, पाली, जालौर में हल्की बारिश की संभावना जताई है।