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कुमाऊं में फिर बदला मौसम का रुख, नैनीताल में हो रही झमाझम बारिश

मौसम विभाग का पूर्वानुमान एक बार फिर सही साबित हुआ है। कुमाऊं में मौसम का रुख बदल गया है। ज्‍यादातर जिलों में आसमान में बादलों का डेरा है, तो नैनीताल में झमाझम बारिश हो रही है। हालांकि मैदानी इलाकों में अब तक कोई खास बारिश न होने के कारण उमस और गर्मी से लोग परेशान हैं। वहीं बागेश्‍वर में भारी बारिश के चलते सरयू नदी का जलस्‍तर बढ़ गया है। कपकोट क्षेत्र में हुई अतिवृष्टि से किमगैर गांव में एक व्यक्ति के तीन मवेशी मलबे में दबकर मर गए। जबकि खूना गांव में एक व्यक्ति का मकान ध्वस्त हो गया है। हादसे में दोनों परिवारों के 12 सदस्य बालबाल बच गए हैं।

रविवार को आफत बरसाने वाली बारिश कमजोर पड़ गई है। सोमवार को कुमाऊं में अधिकांश स्थानों पर बादल छाए रहे और कुछ जगह हल्की बारिश हुई। हल्द्वानी का अधिकतम तापमान 34.5 डिग्री व न्यूनतम 26.2 डिग्री रहा। मानसून की सक्रियता से चलते आगामी चार दिन बारिश की गतिविधि बनी रहेगी, लेकिन बहुत भारी बारिश की संभावना कम है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि 16 जुलाई तक कुमाऊं मंडल में अनेक जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। नैनीताल व पिथौरागढ़ जिलों में कहीं कहीं पर आकाशीय बिजली चमकने के साथ भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है।

जानें क्या है बारिश की स्थिति (मिमी)

जिला               बारिश होती है         बारिश हुई

अल्मोड़ा            246                     298

बागेश्वर             246                    672

चम्पावत           399                     435

नैनीताल            415                     342

पिथौरागढ़          452                     457

यूएसनगर          290                     206

(नोट: आंकड़े एक जून से 12 जुलाई तक)

दो जिलों में सामान्य से कम बारिश

पिछले दो दिनों में मानसून सक्रिय होने से कुमाऊं में बारिश का रिकॉर्ड सुधरा है। कुमाऊं मंडल के छह जिलों में केवल दो में सामान्य से कम बारिश हुई है। नैनीताल में सामान्य से 17 प्रतिशत व ऊधमसिंह नगर जिले में सामान्य से 29 प्रतिशत कम पानी बरसा है। पिथौरागढ़ जिले में औसत बारिश हुई है। वहीं, चम्पावत जिले में सामान्य से नौ फीसद, अल्मोड़ा जिले में 21 फीसद व बागेश्वर जिले में सर्वाधिक 172 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। ओवरऑल उत्तराखंड के नजरिये से देखें तो प्रदेश में 317 मिमी के सापेक्ष 332 मिमी यानी सामान्य से पांच प्रतिशत अधिक बारिश हुई है।

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