चित्तौड़ में हुई बारिश:मौसम की करवट के साथ रात को हुई तेज बारिश, उमस भरी गर्मी से मिली थोड़ी राहत; आज भी पानी गिरने के आसार

जिले में कई दिनों के बाद सोमवार रात को जमकर बारिश हुई। लेकिन खंड बारिश के कारण कहीं खुशी तो कहीं गम की स्थिति रही। जिले में केवल शहर, कपासन और गंगरार में बारिश दर्ज की गई। इससे अब भी जिले में तेज बारिश का इंतजार किसानों को हो रहा है।
जिले में करीब एक सप्ताह से अधिक दिनों से बारिश नहीं हुई है। जिससे खेतों में अंकुरित हुई खरीफ की फसलों में मुरझाने की समस्या शुरू हो गई है। इस कारण किसानों में चिंता बढ़ती जा रही थी। शहर समेत आसपास के इलाकों में सोमवार सुबह से उमस का माहौल था। शाम को काली घटाएं छाने के साथ ही बारिश शुरू हो गई। जो कुछ ही देर में तेज बारिश में बदल गई। करीब एक घंटे तक बारिश से सडक़ों पर पानी बह निकला। वहीं मुरझाई फसलों को भी जीवनदान मिला है। इससे किसानों में खुशी है। वहीं दूसरी ओर कई इलाकों में बादलों से तरसाया है। शाम तक बारिश नहीं हुई है। ऐसे में अब भी बारिश का इंतजार है।
मौसम विभाग ने किया था पूर्वानुमान व्यक्त
मौसम विभाग ने एक बार फिर चित्तौड़गढ़ और आसपास के इलाकों में बारिश का पूर्वानुमान व्यक्त किया है। विभाग के अनुसार 13 जुलाई तक चित्तौड़गढ़ और आसपास के क्षेत्रों में 20-40 किमी / घंटा की गति के साथ हवाओं के बीच हल्की से मध्यम तीव्रता के गरज के साथ तेज बारिश होगी। चित्तौड़ में पड़ रही भीषण गर्मी से लोगों को कल रात भी राहत मिली। चित्तौड़ शहर, कपासन और गंगरार में सोमवार रात में जमकर बारिश हुई। दिनभर झुलसती गर्मी से राहत को हुई बारिश ने लोगों को राहत का अहसास कराया। इससे पहले तेज हवाओं ने भी काफी हद तक राहत दी। लेकिन कई क्षेत्रों में रात भर बिजली गुल रहने से लोगों को काफी परेशानियों का भी सामना करना पड़ा।
कपासन में हुई सबसे ज्यादा बारिश
मौसम विभाग के अनुसार, चित्तौड़गढ़ में अधिकतम तापमान 38.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वही न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस रहा। जिले के वागन बांध में 5 एमएम, बस्सी बांध में 10, औराई बांध में 7 एमएम बारिश दर्ज हुई। वहीं, चित्तौड़गढ़ मुख्यालय में 5 एमएम, कपासन में 10 और गंगरार में 2 एमएम बारिश हुई। कपासन में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई।