दिल्ली में पहली ही मॉनसूनी बारिश में ‘स्वीमिंग पूल’ बनी सड़क, पानी में मस्ती करते दिखे बच्चे
नई दिल्ली। दिल्ली में मॉनसून आगमन पर हुई झमाझम बारिश ने जहां भीषण गर्मी से बेहाल लोगों को थोड़ी राहत दिलाई है, वहीं पहली ही बारिश के बाद कई सड़कों पर हुए जलजमाव ने उनकी मुसीबतें भी बढ़ा दी हैं। हालांकि इस दौरान लोगों ने बारिश का जमकर आनंद लिया। दिल्ली के सोम विहार में बारिश के बाद सड़कें स्वीमिंग पूल में तब्दील हो गईं और बच्चे बरसात के पानी में जमकर मस्ती करते दिखे।
सड़कों पर जलभराव का ऐसा ही नजारा सरिता विहार, मथुरा रोड, प्रहलादपुर अंडरपास सहित करीब दर्जनभर जगहों पर देखने को मिला। इसके चलते यहां लंबा जाम भी लग गया और लोग अपने दफ्तरों में समय पर पहुंचने के लिए जद्दोजहद करते दिखे।
मॉनसून के लिए दिल्ली का इंतजार खत्म
बहुप्रतिक्षित दक्षिण-पश्चिम मॉनसून आखिरकार मंगलवार सुबह दिल्ली पहुंच गया जिससे लोगों को भीषण गर्मी से थोड़ी राहत मिली। मौसम विभाग के अधिकारियों ने कहा है कि मॉनसून अपने सामान्य समय से 16 दिन की देरी से दिल्ली पहुंचा है। बीते 19 वर्षों में मॉनसून के आगमन में यह सबसे अधिक विलंब है। 2002 में मॉनसून 19 जुलाई को दिल्ली पहुंचा था।
आईएमडी के वरिष्ठ वैज्ञानिक के. जेनामणि ने मंगलवार सुबह दक्षिण दिल्ली के कुछ हिस्सों में बारिश होने के बाद पुष्टि करते हुए कहा कि मॉनसून दिल्ली पहुंच गया है। आईएमडी ने बताया कि दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (बहादुरगढ़, गुरुग्राम, फरीदाबाद, लोनी देहात, नोएडा, खेकड़ा), गोहाना, सोनीपत, रोहतक (हरियाणा) में और इससे सटे आस पास के अधिकतर स्थानों पर अगले दो घंटे के दौरान गरज के साथ मध्यम तीव्रता की बारिश होगी और 20-40 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी।
दिल्ली में मॉनसून अभी कमजोर रहेगा
आमतौर पर मॉनसून 27 जून को दिल्ली पहुंच जाता है। 8 जुलाई तक मॉनसून पूरे देश में छा जाता है। पिछले साल दिल्ली में मॉनसून 25 जून को पहुंचा था और देश भर में 29 जून को छा गया था। मौसम की जानकारी देने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट वेदर के महेश पालावत ने बताया कि दिल्ली में मॉनसून अभी कमजोर रहेगा और अगले तीन दिनों में शहर में हल्की-फुल्की बारिश होगी। उन्होंने कहा कि हिमालय की तलहटी में बनने वाला मॉनसून का दबाव क्षेत्र गुजरात और बंगाल की खाड़ी में कम दबाव प्रणाली बनने से अब देश के मध्य भाग की ओर बढ़ गया है। उन्होंने बताया कि दो-तीन दिनों में कम दबाव प्रणाली के खत्म होने के बाद मॉनसून का दबाव क्षेत्र फिर उत्तर की ओर बढ़ जाएगा जिससे क्षेत्र में बारिश बढ़ेगी।
मॉनसून के अनुमान में गणितीय मॉडल की नाकामी दुर्लभ और असामान्य
इस साल दिल्ली में मॉनसून के आगमन को लेकर मौसम विभाग को पूर्वानुमान में मुश्किल आई। कई पूर्वानुमानों के बाद आईएमडी ने सोमवार को माना कि मॉनसून के अनुमान में गणितीय मॉडल की इस तरह की नाकामी दुर्लभ और असामान्य है। आईएमडी ने इससे पहले कहा था कि मॉनसून तय तिथि से 12 दिन पहले, 15 जून को दिल्ली पहुंचेगा लेकिन हवाओं की स्थिति से इसका आगमन प्रभावित हुआ।
जून के शुरू में मौसम विभाग ने कहा था कि सात जुलाई तक दिल्ली और उत्तर पश्चिम भारत के अन्य हिस्सों में मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हो जाएंगी। बाद में इसने कहा कि दिल्ली में मॉनसून की पहली बारिश 10 जुलाई के आसपास होगी। मौसम विभाग ने शनिवार को एक बार फिर पूर्वानुमान में संशोधन करते हुए कहा कि अगले 24 घंटों में मॉनसून राजधानी में पहुंच सकता है, लेकिन रविवार भी बारिश के इंतजार में बीत गया और सोमवार को भी बारिश न के बराबर हुई।