कमजोर मानसून की वजह से शहर में अभी तक 169.7 मिमी. (6.4 इंच) ही बारिश हुई है। जबकि इस बार मानसून समय से 4 दिन पहले यानी 11 जून को ही सक्रिय हो गया था। इन 31 दिनों की बात की जाए तो इन दिनों में अभी तक 1.5 इंच बारिश ही हुई है, जो पिछले साल और औसत (12 जून तक होने वाली बारिश) से भी कम है। उधर, मौसम विभाग के पूर्वानुमान भी अभी तक गलत साबित होते आए हैं। जिले में अधिकांश किसानों को बोबनी हो चुकी है, ऐसे में अगर अगले 5 दिन तक फसलों को जल्द ही पानी नहीं मिलता है तो उन किसानों की दिक्कतें और भी बढ़ जाएगी, जो बारिश पर निर्भर हैं।
मानसून में बारिश के दिन लगातार घटते जा रहे हैं। 11 जून को मानसून के सक्रिय होने के साथ ही 30 दिन में महज 5 बार ही तेज बारिश दर्ज की गई है। जबकि मानसून में 3 से 5 मिमी. के बारिश के दिन भी कम हो गए हैं। उधर, जुलाई में बढ़ती उमस और कम बारिश से जहां आम लोगों परेशान है तो मौसम में आ रहे बदलाव से स्थिति और भी गंभीर होती जा रही है। अगर वर्ष 2019 को छोड़ दे तो हर साल औसत होने वाली अच्छी बारिश के दिन कम हो गए है। 2019 में अच्छी बारिश दर्ज की गई। विशेषज्ञों का कहना है कि मौजूदा साल प्री-मानसून का असर कम ही रहा तो 18 जून को मानसून शहर में सक्रिय हो गया था। उधर, इस साल मानसून पहले सक्रिय हुआ फिर भी बारिश नहीं हो रही है।
गर्मी-उसम भी बरकरार
रविवार को बादलों के छाए रहने से तापमान में वृद्धि जरूर नहीं हुई। लेकिन दिन भर उमस का दौर बना रहा। मौसम विभाग के मुताबिक अधिकतम तापमान 34.2 डिग्री दर्ज किया गया। न्यूनतम तापमान 25.0 डिग्री रहा।
जिले में अब तक 224 मिमी. से ज्यादा औसत वर्षा दर्ज
सागर जिले में इस सीजन में अभी तक 224.5 मिमी. बारिश हुई बै। जबकि पिछले साल अभी तक जिले में 244.7 मिमी. बारिश हो चुकी थी। भू-अभिलेख अधीक्षक के अनुसार जिले के सागर में 169.7 मिमी., जैसीनगर में 207.8 मिमी., राहतगढ़ में 127.2 मिमी., बीना में 181.6 मिमी., खुरई में 168.2 मिमी, मालथौन में 103 मिमी., बंडा में 67.5 मिमी, शाहगढ़ में 119.7 मिमी, गढ़ाकोटा में 240 मिमी, रहली में 345 मिमी., देवरी में 419.1 मिमी और केसली में 544.9 मिमी. बारिश हुई थी।
इस साल 169.7 मिमी हुई बारिश
मानसून सीजन में शहर में अब तक 169.7 मिमी (6.4 इंच) बारिश हुई है। जबकि 12 जुलाई को पिछले साल अभी तक 173.3 मिमी. (6.8 इंच) बारिश हो चुकी थी। जबकि औसत बारिश का कोटा 264.0 मिमी. (10.3 इंच) है। यानी अब तक औसत से 94.7 मिमी. (3.7 इंच) कम बारिश हुई है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अब नया सिस्टम बनने में अभी कुछ दिनों का और समय लगेगा।
इन तीन कारणों से नहीं हो रही बारिश
जलवायु बदलाव से बारिश के दिनों में आ रही कमी।
नमी का असर अभी भी कम बना हुआ है, इसके बढ़ने से बारिश होती है।