राहत मिलने के भी बढ़े आसार:बारिश के बाद बढ़ी उमस, तापमान 37.9 डिग्री, जिले में अब तक मात्र 46.2 एमएम बारिश, अब कल बारिश के संकेत
जिले में रविवार काे हुई मानसूनी बारिश के दूसरे दिन सोमवार काे दिनभर उमस से लोग परेशान रहे। जिसके चलते लोगों के गर्मी से हाल बेहाल हाे गए। दिन का अधिकतम तापमान 37.9 डिग्री दर्ज किया। वहीं न्यूनतम तापमान 28.6 डिग्री रिकाॅर्ड हुआ। जिले में मानसून की बेरुखी के चलते अब तक मात्र 46.2 एमएम बारिश ही हाे पाई है। जबकि औसतन बारिश का काेटा 369.7 एमएम है।
समय पर बारिश नहीं हाेने के चलते खरीफ फसलें दम तोड़ रही है। रविवार रात्रि को जिले में कई स्थानों पर हुई मध्यम दर्जे की मानसूनी बारिश के चलते बची फसलों को जीवनदान मिला है। हालांकि मानसून जिले में पूरी तरह सक्रिय नहीं होने के चलते अधिकतर क्षेत्र में अब भी बारिश का इंतजार है। मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार को जिले में कुछ स्थानों पर तेज हवा चल सकती है। वहीं बुधवार को कई स्थानों पर मानसूनी बारिश हो सकती है।
एक्सपर्ट व्यू : स्थानीय चक्रवात के कारण नमी बढ़ने से बनी मानसून के प्रतिकूल परिस्थिति
माैसम विभाग के वरिष्ठ माैसम वैज्ञानिक हिमांशु शर्मा के अनुसार प्रत्येक चार साल में एक बार बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने से मई-जून में लाेकल चक्रवात का दबाव बढ़ रहा है। इस कारण नमी बढ़ने की वजह से मानसून के प्रतिकूल परिस्थितियां बनने लगती हैं। ऐसे हालात में मानसून से पहले ऊपरी हवा का परिसंचरण ठीक से नहीं बन पाता। इस वजह से मानसून में बारिश सक्रिय हाेने में देरी हाेने लगती है।
लाेकल परिस्थिति अनुकूल नहीं बनने से कुछ स्थानों पर मानसून सक्रिय हाेने में देरी हाे जाती है। ये सब प्रत्येक चार साल में बंगाल की खाड़ी में हाेने वाली हलचल तथा लंबे समय तक पश्चिमी हवा के दबाव की वजह से हाेता है। ऐसी स्थिति में पूर्वी हवा कमजोर रहने से मानसूनी बारिश के अनुकूल परिस्थितियां नहीं बन पाती है। इसके कारण समस्या भी सामने आ रही है।