रिलायंस जियो ने अप्रैल में जोड़े 47 लाख नए ग्राहक, वोडा-आइडिया ने 18 लाख ग्राहक गंवाए
देश की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी रिलायंस जियो ने अप्रैन महीने में 47 लाख नए ग्राहक जोड़े हैं। वहीं अगर बात भारती एयरटेल की करें तो अप्रैल में 5.1 लाख नए ग्राहक जोड़े हैं। लेकिन Vi (वोडाफोन-आइडिया) ने 18 लाख ग्राहक गंवाए हैं। BSNL के ग्राहकों की संख्या में भी कमी आई है। 13.05 लाख की कमी के साथ ये 11.72 करोड़ पर पहुंच गई है।
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल में रिलायंस जियो के मोबाइल ग्राहकों की संख्या 47 लाख बढ़कर 42.76 करोड़ पर पहुंच गई। वहीं वोडाफोन आइडिया के ग्राहकों की संख्या 18 लाख घटकर 28.19 करोड़ रह गई। मार्च में कंपनी ने 10 लाख नए ग्राहक जोड़े थे। इसके अलावा अप्रैल में भारती एयरटेल के मोबाइल ग्राहकों की संख्या 5.1 लाख बढ़कर 35.29 करोड़ पर पहुंच गई।
अप्रैल 0.19% बढ़ी यूजर्स की संख्या
ट्राई ने कहा कि कुल मिलाकर अप्रैल में देश में कुल फोन ग्राहकों की संख्या पिछले महीने की तुलना में 0.19% बढ़कर 120.34 करोड़ पर पहुंच गई। माह के दौरान शहरी फोन ग्राहकों की संख्या में 0.08% तथा ग्रामीण गाहकों की संख्या में 0.32% की बढ़ोतरी हुई।
ब्रॉडबैंड ग्राहकों की संख्या भी बढ़ी
ट्राई के आंकड़ों के अनुसार अप्रैल में ब्रॉडबैंड ग्राहकों की संख्या बढ़कर 78.28 करोड़ हो गई, जो इससे पिछले महीने की तुलना में 0.61% ज्यादा है। अप्रैल के अंत तक कुल ब्रॉडबैंड ग्राहकों में शीर्ष 5 कंपनियों की बाजार हिस्सेदारी 98.8% थी। इनमें रिलायंस जियो इन्फोकॉम (43.04 करोड़), भारती एयरटेल (19.41 करोड़), वोडाफोन आइडिया (12.25 करोड़), बीएसएनएल (2.45 करोड़) तथा एट्रिया कन्वर्जेंस (18.7 लाख) शामिल हैं।
जून तिमाही में वोडाफोन को हो सकता है 6,629 करोड़ का घाटा
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही यानी अप्रैल से जून के बीच टेलीकॉम कंपनियों में वोडाफोन को जबरदस्त झटका लग सकता है। इसे 6,629 करोड़ रुपए का घाटा हो सकता है। हालांकि जियो और एयरटेल फायदे में रहेंगे। विभिन्न ब्रोकरेज हाउस की रिपोर्ट के मुताबिक, डाटा खपत में गिरावट और फ्री रिचार्ज के ऑफर की वजह से वोडाफोन को भारी घाटा होगा।
कंपनी को जनवरी से मार्च तिमाही में 7 हजार करोड़ से ज्यादा का घाटा हुआ था जबकि जून तिमाही में भी इसी के करीब घाटा होगा। इसका रेवेन्यू 9,324 करो़ड़ रुपए रह सकता है। मार्च तिमाही में 9,608 करोड़ रुपए का रेवेन्यू था। इसी तरह इसके प्रति ग्राहक की कमाई 105 रुपए रह सकती है जो मार्च में 107 रुपए थी। यानी हर ग्राहक के पीछे दो रुपए का घाटा है।