ऊर्जा निगम के अधिकारी-कर्मचारी 27 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर
हल्द्वानी : ऊर्जा निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों ने मांगें पूरी नहीं होने पर 27 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है। गुरुवार को मुख्य अभियंता कार्यालय में हुई बैठक के दौरान 14 सूत्रीय मांगों पर चर्चा करने के साथ आंदोलन की रणनीति भी तैयार की गई। कहा गया कि पुरानी पेंशन बहाली, उपनल व संविदाकर्मियों के स्थायीकरण आदि को लेकर सरकार गंभीरता नहीं दिखा रही। जिससे कर्मचारियों में आक्रोश है।
उत्तराखंड विद्युत अधिकारी-कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा के बैनर तले आयोजित बैठक में उत्तराखंड पावर इंजीनियर एसोसिएशन, उत्तराखंड ऊर्जा कामगार संगठन, उत्तराखंड पावर जूनियर इंजीनियर एसोसिएशन, हाइड्रो इलेक्ट्रिकल इंप्लाइज यूनियन, विद्युत डिप्लोमा इंजीनियर एसोसिएशन, उत्तरांचल बिजली कर्मचारी संगठन, ऊर्जा आरक्षित वर्ग, उत्तराखंड विद्युत संविदा कर्मचारी संगठन, पावर लेखा संघ से जुड़े लोग शामिल हुए थे। इस दौरान अफसरों ने कहा कि एसीपी की व्यवस्था सीधी भर्ती की नियुक्ति तिथि से 9, 14 और 19 वर्ष की सेवा पर जनवरी 2017 की तरह होनी चाहिए
महत्वपूर्ण सेवा वाले अस्थायी कर्मचारियों को स्पेशल भत्ता देने व हर साल पांच फीसदी वृद्धि करने की मांग रखी गई। संघ के मुताबिक लंबे समय से केवल आश्वासन मिल रहा है। कोरोनाकाल में स्थिति को देखते हुए आंदोलन या अन्य कोई विरोध नहीं किया गया था। लेकिन अब लगता है कि सरकार तवज्जो देने को राजी नहीं है। इसलिए संघ के बैनर तले कर्मचारी व अफसर हड़ताल से भी गुरेज नहीं करेंगे