पाली में घर-घर हो रहा बिजली का उत्पादन:सौर ऊर्जा से रोशन हो रहे आशियाने, बोले अब बिजली का बिल भरने से मिली आजादी

बिजली के बिल का खर्चा विशेषकर गर्मी के मौसम में ज्यादा आता हैं। जो अच्छे खासे मध्यम वर्ग के परिवार का बजट गड़बड़ करने जैसा होता हैं। लेकिन पिछले कुछ वर्षों से सरकार की ओर से सौर ऊर्जा के प्रचार-प्रसार को लेकर अच्छा काम किया जा रहा हैं। उसकी का नतीजा हैं कि खेतों से लेकर घरों की छतों पर अब सौर ऊर्जा प्लांट लगे नजर आते हैं। घरों पर लगे सोलर प्लांट से बिजली का उत्पादन कर लोग डिस्कॉम को बेचकर बिजली उत्पादन में सरकार का सहयोग कर रहे हैं। आलम यह हैं कि नए निर्माण के दौरान अब लोग एंवेटर की जगह सौर ऊर्जा प्लांट अपने प्लान में शामिल करने लगे हैं।
सौर ऊर्जा से जुड़ने के पीछे बिजली की बढ़ती कीमतें तथा हर दो माह में भारी भरकम राशि का बिल जमा कराने का दर्द भी छिपा है। पिछले कुछ समय से लोग सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने की ओर रूख करने लगे है। इससे लोग अपने घर तो रोशन कर ही रहे हैं, डिस्कॉम से अनुबंध कर पैसा भी कमा रहे हैं। नगर में सौर ऊर्जा का उपयोग करने वालों की संख्या भी धीरे-धीरे बढ़ने लगी हैं।
शहर सहित जिले में सैकड़ों लोग अब तक सौर ऊर्जा संयंत्र को छतों पर स्थापित कर अपने घर रोशन करते दिखाई देने लगे हैं। सौर ऊर्जा संयंत्र लोगों को दोहरी सुविधा देता रहा हैं। इसका उपयोग करने से लोग अपने घरों में लाइट की आवश्यकता की पूर्ति कर रहे हैं, साथ ही इससे बनने वाली अतिरिक्त बिजली को डिस्कॉम को भी बेच कर हैं। सोलर प्लांट से बनने वाली बिजली डिस्कॉम तय नियमों के तहत खरीदता भी हैं।
शहर में 450 से ज्यादा कनेक्शन
डिस्कॉम के पाली एक्सईएन मनीष माथुर ने बताया कि शहर में करीब 400 घरेलू-अघरेलू कनेक्शन पर सोलर प्लांट लगा हुआ हैं। सोलर प्लांट लगाने के बाद उपभोक्ताओं का बिजली बिल कम हो जाता है तथा जो बिजली बचती है वह वे डिस्कॉम को दे भी सकते है। इसी के चलते सौर ऊर्जा से घर रोशन करने वाले उपभोक्ताओं की संख्या बढ़ रही हैं।
केस एक – बिजली का बिल भरने के झंझट से आजादी
बापूनगर विस्तार निवासी किशन सोनी बताते हैं कि 8 किलोवॉट का सोलर प्लांट अक्टूबर 2020 में लगवाया। पहले सात-आठ हजार रुपए लाइट बिल आता हैं। जब से प्लांट लगवाया उसके बाद बिजली का बिल नहीं भरा। उल्टा डिस्कॉम में यूनिट मांग रहे हैं। पहले दो माह का लाइट बिल 6000-8000 हजार के बीच आता था।
केस दो – सोलर प्लांट लगाने का मिला फायदा
शहर के रामलीला मैदान मातेश्वरी कॉलोनी में रहने वाले मनोज लोढ़ा ने बताया कि उन्होंने अप्रेल 2020 में घर की छत पर सोलर प्लांट लगाया। पहले 4000-4500 रुपए का लाइट बिल प्रति दो माह का आता था। जब से प्लांट लगाया हैं। उसके बाद लाइट बिल नहीं भरा। उल्टा डिस्कॉम में यूनिट मांग रहे हैं।
केस तीन – सोलर प्लांट लगाने के बाद बिजली का बिल नहीं भरा
शहर के सूर्या कॉलोनी निवासी एडवोकेट दीपक पारीख ने बताया कि वर्ष 2018 में छह किलोवॉट का सोलर प्लांट घर की छत पर लगवाया था। उसके बाद से बिजली का बिल भरने की जरुरत नहीं पड़ी। जबकि पहले दो माह का आठ से दस हजार रुपए बिजली का बिल आता था। उन्होंने बताया कि गमी में प्रतिदिन करीब 25-28 यूनिट व सर्दी में 20 यूनिट बिजली सोलर से बनती जाती है। एसी, गीजर सभी चलते है।
केस चार – छोटा प्लांट लगाया लेकिन फायदा काफी हो रहा
अपने घर पर सौर ऊर्जा संयंत्र (850 वॉल्ट एम्पीयर वीए) लगवाने वाले धाकड़ी (सोजत) गांव निवासी अध्यापक जगदीशचंद्र गोयल बताते है कि उन्होंने करीब ढाई वर्ष पहले घर में सौर ऊर्जा का संयंत्र लगवाया हैं। इससे घर के पंखे, ट्यूब लाइट आदि चल जाते है। बिजली का बिल काफी कम हो गया।