भोपाल स्टेशन पर बढ़ाई सुरक्षा, सिर्फ दो प्रवेश द्वार से दे रहे प्रवेश
भोपाल । राजधानी के सबसे प्रमुख भोपाल रेलवे स्टेशन की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। स्टेशन पर सिर्फ दो प्रवेश द्वार से यात्रियों को प्रवेश दिया जा रहा है। यहीं से यात्री बाहर निकलते हैं। भोपाल स्टेशन पर छह माह पूर्व तक यात्री कहीं से भी प्रवेश करते थे और बाहर निकलते थे। अब प्लेटफार्म एक पर मुख्य द्वार और प्लेटफार्म छह की तरफ मुख्य भवन में दूसरा प्रवेश है। दोनों द्वार पर सीसीटीवी कैमरे की संख्या बढ़ा दी है। प्रवेश करने और बाहर निकलने वालों पर नजर रखी जा रही है। असामाजिक तत्वों का प्रवेश रोकने के लिए प्रवेश द्वार सीमित किए गए हैं। वहीं सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई गई है।
भोपाल सालों पुराना स्टेशन है। यहां से सामान्य दिनों में 130 से अधिक और कोरोना संक्रमण के कारण वर्तमान में 116 से अधिक ट्रेनें गुजरती हैं। शाम से लेकर रात तक यात्रियों का दबाव भी रहता है। असामाजिक तत्व इसका फायदा उठाकर ट्रेनों के अंदर प्रवेश कर लेते हैं। स्टेशन पर उत्पात मचाते हैं। पूर्व में बदमाशों के हथियार लेकर प्रवेश करने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। साढ़े तीन साल पहले मार्च 2017 में तो कुछ आतंकी स्टेशन से गुजरने वाली भोपाल-उज्जैन पैसेंजर ट्रेन में विस्फोटक रखने में कामयाब हो गए थे। ट्रेन सीहोर के कालापीपल पहुंची तो विस्फोट हो गया था।
साढ़े तीन साल पहले बनी थी योजना
भोपाल रेलवे स्टेशन को कवर्ड करने की योजना चार साल पहले कालापीपल ट्रेन ब्लास्ट की घटना के बाद बनी थी। तब रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (आरपीएफ), रेलवे, स्थानीय पुलिस और स्थानीय प्रशासन के बीच बैठक हुई थी। इस बैठक में भोपाल रेलवे स्टेशन पर प्रवेश को नियंत्रित करने की योजना बनाई गई थी। यह तय किया गया था कि स्टेशन परिसर में बाउंड्रीवाल बनाई जाएगी। यात्रियों के प्रवेश करने और बाहर निकलने के लिए द्वार तय करेंगे। सीसीटीवी कैमरे लगाकर प्रवेश करने व बाहर निकलने वाले यात्रियों की निगरानी करेंगे। इनमें सबसे मुख्य काम बाउंड्रीवाल बनाकर स्टेशन को कवर्ड करना था। भोपाल रेल मंडल के डीआरएम उदय बोरवणकर का कहना है कि वर्तमान स्थिति को देखते हुए जो इंतजाम थे, उनके अनुरूप स्टेशन को लोहे की जालियां व टीन की चादरें लगाकर कवर्ड किया है। बांउड्रीवाल भी बनाई जाएगी।