अगस्त में हो जाएंगे टेंडर:1041 करोड़ की डीपीआर तैयार, बीसलपुर से नसीराबाद तक डलेगी 100 किमी पाइप लाइन

बीसलपुर से नसीराबाद तक 100 किमी स्टील पाइप लाइन डाले जाने तथा केकड़ी विधानसभा के 33 हजार ग्रामीण परिवारों तक घर-घर पानी के कनेक्शन देने सहित अन्य कामों के लिए 1041 करोड़ की डीपीआर तैयार कर ली गई है। अन्य औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद अगस्त महीने में इसके टेंडर हो जाएंगे। सब कुछ सही रहा तो सितंबर में काम भी प्रारंभ हो जाएगा।
यह प्रोजेक्ट वर्ष 2053 की संभावित आवश्यकताओं और आबादी को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। 2053 तक जिले की आबादी करीब 45 लाख और 592 एमएलडी पानी प्रतिदिन जरूरत होगी। प्रोजेक्ट को दो भागों में बांटा गया है। पहला भाग अरबन प्रोजेक्ट का 502 तथा दूसरा भाग रूरल प्रोजेक्ट का 539 करोड़ का है। डीपीआर नेबकॉन कंपनी ने तैयार की है। इसे बीसलपुर पुनर्गठन का नाम दिया गया है।
केकड़ी विधानसभा के 34 हजार परिवारों के घर-घर पहुंचेगा पानी, बीसलपुर से नसीराबाद तक स्कॉडा सिस्टम समेत अन्य कई काम होंगे
502 करोड़ का अरबन प्रोजेक्ट : 340 एमएलडी का इंटेक वैल बनेगा| इस प्रोजेक्ट में बीसलपुर से नसीराबाद तक 100 किमी की स्टील पाइप लाइन डलेगी। यह लाइन 1900 से 1600 एमएम की होगी। बीसलपुर इंटेक से नसीराबाद तक पंप हाउसों काे सुदृढ किया जाएगा। बीसलपुर पर 340 एमएलडी का इंटेक वेल बनाया जाएगा, जहां से अजमेर और जयपुर के लिए पानी पंप किया जाएगा।
यहां से पानी केकड़ी तक आएगा, यहां एक बड़ा फिल्टर प्लांट बनेगा। पानी यहां से फिल्टर होकर नसीराबाद तक आएगा। बीसलपुर से नसीराबाद तक स्कॉडा सिस्टम समेत अन्य कई काम होंगे। 30 साल पहले डाली सीमेंट की पाइप लाइन की उम्र पूरी हो चुकी है।
अजमेर के पानी का कोटा बढ़ाने की जरूरत
अभी जिले में रोजाना करीब 300 एमएलडी पानी की खपत हो रही है। जिससे जिले के 1131 गांवों और 7 शहरों को पानी मिल रहा है। एक अनुमान के मुताबिक 2053 में जिले की आबादी करीब 45 लाख हो जाएगी, तब जिले में पानी की खपत 592 एमएलडी रोजाना हो जाएगी। इसके लिए अजमेर के पानी का कोटा बढ़ाए जाने की जरूरत है। बीसलपुर में मौजूदा समय में पेयजल के लिए 16.2 टीएमसी का कोटा है। इसमें से 11.2 जयपुर और 5 टीएमसी का कोटा अजमेर का है।
बीसलपुर: फेज-1 और फेज-2
- फेज-1 : 1987 में प्रारंभ हुआ, 1995 पूरा हुआ। 8 साल में पूरे हुए इस प्रोजेक्ट में 64.67 करोड़ रुपए खर्च हुए।
- फेज-2 : 2005 में काम प्रारंभ हुआ। 2011 में पूरा हुआ। 6 साल चले इस प्रोजेक्ट में 411.53 करोड़ खर्च हुए।
- फेज-3 : लंबे समय से लंबित था, इसे अब बीसलपुर के पुनर्गठन के नाम से शुरू किया जा रहा है।
डीपीआर तैयार है, 502 करोड़ के काम अरबन, 539 करोड़ के काम ग्रामीण क्षेत्र में होने हैं। संभावना है अगस्त तक टेंडर जारी कर सितंबर तक काम शुरू कर देंगे। -पारितोष गुप्ता, कार्यवाहक एडिशनल चीफ इंजीनियर, प्रोजेक्ट
539 करोड़ का रूरल प्रोजेक्ट : केकड़ी विधानसभा क्षेत्र में 33 हजार घरों में कनेक्शन देने के लिए 32 नई टंकियां और 7 पंप हाउस बनेंगे
प्रोजेक्ट में केकड़ी विधानसभा के 33 हजार ग्रामीण परिवारों तक घर-घर पानी पहुंचाने के लिए 32 नई टंकियों का निर्माण किया जाएगा। 7 नए पंप हाउस बनेंगे। यह प्रोजेक्ट जल जीवन मिशन योजना में शामिल है। इसमें केंद्र और राज्य सरकार दोनों ही फंड देगी।
इस योजना में सरवाड़-सावर क्षेत्र के 192 गांवों और 996 ढाणियों में पानी पहुंचाया जाएगा। इस क्षेत्र में पेयजल को लेकर अब तक की सबसे बड़ी योजना है। इसमें गांव के प्रत्येक व्यक्ति को 40 के बजाए 55 लीटर प्रतिदिन पानी उपलब्ध करवाने का प्रावधान किया जाएगा।
पाइप लाइन डालने में एक बड़ी चुनौती यह भी
बीसलपुर इंटेक से नसीराबाद तक करीब 100 किमी स्टील पाइप लाइन डाले जाने को इंजीनियर एक बड़ी चुनौती मानकर चल रहे हैं। इंजीनियरों के मुताबिक इंटेक से थड़ौली के बीच करीब 6 किमी का मार्ग पथरीला है। यहां पर पहले ही जयपुर की 2 और अजमेर की 1 लाइन डाली हुई है। जगह की कमी है, ऐसे में अजमेर की दूसरी लाइन को डालना कुछ मुश्किल होगा।