देहरादून। उत्तराखंड के किसानों के लिए बीज वितरण व्यवस्था में सुधार होगा। मैदानी और पहाड़ी इलाकों में होने वाली फसलों का कैलेंडर तैयार होगा। इसी के हिसाब से किसानों को बीज वितरित किए जाएंगे। वहीं, बीजों की नई प्रजातियां विकसित करने पर भी काम किया जाएगा। यह निर्णय उत्तराखंड सीड्स एंड तराई डेवलपमेंट कार्पोरेशन लि. पंतनगर की बैठक में लिए गए।
सोमवार को रिंग रोड स्थित कृषि भवन सभागार में उत्तराखंड सीड्स एंड तराई डेवलपमेंट कार्पोरेशन लि. पंतनगर की 237वीं निदेशक मंडल की बैठक आयोजित हुई। कृषि एवं उद्यान मंत्री सुबोध उनियाल ने किसानों-कास्तकारों के कल्याण के लिए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए। कहा कि मैदानी और पहाड़ी क्षेत्रों दोनों के लिए उनकी अनुकूलता के हिसाब से विभिन्न प्रकार की प्रजातियों को विकसित करने पर तुरंत काम शुरू किया जाए।
इसके लिए पर्वतीय क्षेत्रों में कलस्टर सर्विस और स्थानीय किसान समूहों के समन्वय से उन्हीं क्षेत्रों में बीज की नई प्रजातियों को विकसित करने के निर्देश दिए। उन्होंने बीजों के विक्रय और वितरण के लिए वार्षिक कैलेंडर बनाते हुए अलग-अलग प्रकार के बीज किसानों को इसी के अनुसार विक्रय करने को कहा। यह सारी जानकारी लगातार पोर्टल पर अपलोड करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को निजी बीज कंपनियों को निगम से ही फाउंडेशन सीड खरीदने की नीति बनाने के निर्देश दिए।
तराई बीज निगम को घाटे से उबारने, उत्पादन में बढ़ोतरी करने और वित्तीय प्रबंधन के लिए प्रोफेशनल लोग की सहायता लेने का सुझाव भी दिया। उन्होंने चतुर्थ श्रेणी कार्मिकों को अन्य विभागों में मर्ज करने के लिए प्रस्ताव बनाने, बजट और बैलेंसशीट को अपडेट करते हुए अगली वार्षिक बैठक में प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए। बैठक में अपर मुख्य सचिव कृषि मनीशा पंवार, प्रभारी सचिव वित्त वी षणमुगम, अपर सचिव कृषि राम विलास यादव समेत अन्य लोग मौजूद रहे। उधर, सीड्स एंड आर्गेनिक प्रोडक्शन सर्टिफिकेशन एजेंसी की प्रबंध कारिणी परिषद की 47वीं बैठक में एजेंसी के वर्ष 2021-22 के अनुमानित बजट को स्वीकृति प्रदान की गई।