राजस्थान में मानसून रूठा:जयपुर समेत 29 जिलों में सामान्य से कम बारिश, सबसे गर्म रहे श्रीगंगानगर में मात्र 61 MM गिरा पानी; पिछले साल से कम हुई बोवनी

यह मिथक भी टूट गया है कि जहां गर्मी ज्यादा पड़ती है, वहां बारिश ज्यादा होती है। पिछले 50 दिनों के रिकॉर्ड पर नजर डालें तो बीकानेर संभाग के श्रीगंगानगर में तापमान सबसे ज्यादा रहा लेकिन बारिश सबसे कम हुई। पिछले पचास दिन में 45 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान रहने वाला श्रीगंगानगर इकलौता जिला है। वहां सबसे कम 61 MM बारिश हुई। प्रतापगढ़ पर बादलों की कृपा ज्यादा बरसी, यहां 207.8 MM बारिश हुई। राज्य के कुल 29 जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई है। मानसून के रूठने से सूखा पड़ा हुआ है। किसान बारिश के इंतजार में बोवनी नहीं कर रहे हैं।
समय से पहले पहुंचे मानसून ने राजस्थान में एक ही जगह कई दिन गुजार दिए लेकिन बरसे नहीं। यही कारण रहा कि पूरे राजस्थान में ही बारिश कम हुई है। आमतौर पर प्रदेश में 20 जुलाई तक144.8 MM बारिश हो जाती है लेकिन इस बार 108.4 MM बारिश हुई है जो सामान्य से 25 प्रतिशत MM कम है। पश्चिमी राजस्थान हो या फिर पूर्वी राजस्थान, हर तरफ बारिश उम्मीद से कम होने का सीधा नुकसान किसान को हुआ है। पूर्वी राजस्थान में जुलाई के तीसरे सप्ताह तक 198.4 MM बारिश हो जाती है लेकिन इस बार यहां 125.1 MM बारिश हुई है। जो सामान्य से 37 प्रतिशत कम है। इसी तरह पश्चिमी राजस्थान में भी बारिश उम्मीद से कम है। यहां अब तक 95.2 MM बारिश हुई है जबकि आमतौर पर इन दिनों में 102.2 MM बारिश होती है। यहां सामान्य से सात प्रतिशत कम बारिश हुई है।
फसल पर असर
कम बारिश होने का सबसे बुरा असर बारानी क्षेत्र के किसानों पर पड़ा है, जिनकी खेती पूरी तरह बारिश पर निर्भर करती है। राजस्थान में बारानी क्षेत्र की फसल नहीं होने से इस बार बुवाई आंकड़ा भी पिछले साल की तुलना में कम है। खासकर अनाज व दालों का उत्पादन पिछले साल की तुलना में कम हो रहा है। वैसे फसल बुवाई का समय निकल गया है, पछेती (विलंब की बुवाई) की बुवाई अब भी हो रही है। ऐसे में मानसून अगर अगले दस दिन में भी सक्रिय होता है तो कुछ नुकसान कम हो सकता है।
इन जिलों में सामान्य बारिश
प्रदेश में सिर्फ बीकानेर और चूरू ही ऐसे हैं, जहां सामान्य से कुछ अधिक बारिश हुई। बीकानेर में एक प्रतिशत और चूरू में सात प्रतिशत अधिक बारिश हो चुकी है। सवाई माधोपुर में तीन प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई। इसके अलावा सभी जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई है।
जैसलमेर में सामान्य से 107 प्रतिशत अधिक बारिश
जैसलमेर में अब तक की सबसे ज्यादा बारिश दर्ज हुई है। यहां 106 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है। यहां आमतौर पर 63.4 MM बारिश होती है जो इस बार 130.4 MM बारिश हुई है। मिलीमीटर की दृष्टि से सर्वाधिक पानी प्रतापगढ़ में 207 MM बरसा है।
पूर्वी राजस्थान में बढ़ेगी बारिश
मौसम विभाग के हिमांशु शर्मा का कहना है कि अभी सितंबर तक मानसून सीजन है। ऐसे में उम्मीद है कि बारिश का एक दौर आएगा। खासकर पूर्वी राजस्थान में बारिश की पूरी संभावना है। जयपुर सहित पूरे पूर्वी राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में बारिश आने वाले कुछ दिनों होगी।
जिला | इस बार बारिश | सामान्य होती है |
अजमेर | 67.3 | 149.8 |
अलवर | 168.3 | 181.7 |
बांसवाड़ा | 172.2 | 261.7 |
बारां | 107 | 249.7 |
भरतपुर | 161.3 | 172.1 |
भीलवाड़ा | 88.6 | 190.6 |
बूंदी | 99.7 | 203.7 |
चित्तौड़गढ़ | 142.7 | 214.1 |
दौसा | 140 | 208.8 |
धौलपुर, | 140.3 | 185.6 |
डूगरपुर | 123.1 | 207.4 |
जयपुर | 124.1 | 183.5 |
झालावाड़ | 136.9 | 244.4 |
झुंझुनूं | 113.4 | 153.4 |
करौली | 127.8 | 180.7 |
कोटा | 125.4 | 226.5 |
प्रतापगढ़ | 207.8 | 257.7 |
राजसमंद | 109.3 | 178.5 |
सवाई माधोपुर | 203.9 | 198.3 |
सीकर | 130.5 | 154.9 |
सिरोही | 125.9 | 265.5 |
टाेंक | 84.5 | 187.9 |
उदयपुर | 109.6 | 201.3 |
बाडमेर | 72.1 | 91.8 |
बीकानेर | 96.2 | 95 |
चूरू | 129.6 | 120.7 |
हनुमानगढ़ | 94.6 | 108.3 |
जैसलमेर | 130.4 | 63.4 |
जालौर | 97.4 | 134.8 |
जोधपुर | 67.2 | 103.7 |
नागौर | 72.8 | 144.3 |
पाली | 101.5 | 161.8 |
श्रीगंगानगर | 61.2 | 81.3 |